Dasara Collection Day 2: दमदार ओपनिंग के बाद दूसरे दिन ही लुढ़की 'दसरा', 'भोला' के आगे कमाए इतने करोड़
सुपरस्टार नानी की फिल्म दसरा को ओपनिंग डे पर दर्शकों का ढेर सारा प्यार मिला। अजय देवगन की फिल्म के साथ रिलीज हुई इस फिल्म को हिंदी बेल्ट में भी ऑडियंस ने काफी पसंद किया। दूसरे दिन फिल्म का यही जादू बरकरार रहा या नहीं यह जानना दिलचस्प होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। Dasara Collection Day 2: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार नानी ने हमेशा से ही नैचुरल एक्टिंग के जरिये लोगों का दिल जीतते आए हैं। उनकी दमदार अदाकारी और एक्शन करने के तरीके ने बड़े पर्दे पर उनकी एक अलग छवि बनाई है। कुछ ऐसा ही मैजिक उनकी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'दसरा' में भी देखने को मिल रहा है।
साउथ जोन से आई इस मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन ठीकठाक अमाउंट से खाता खोला। अब बारी है ये जानने की कि दूसरे दिन मूवी ने कितने कमा लिए।
ओपनिंड डे पर फिल्म को मिला फायदा
अभिनेता नानी की फिल्म 'दसरा' एक ऐसे समय पर रिलीज हुई है, जब अजय देवगन की 'भोला' भी बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को ला पाने में कामयाब रही है। दोनों ही फिल्मों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है। नानी तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के बड़े स्टार हैं।
पैन इंडिया लेवल पर रिलीज हुई इस फिल्म को पहले दिन उनकी फैन फॉलोइंग का बड़ा फायदा मिला। फिर दर्शकों का एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है, जो लीड एक्ट्रेस कीर्ति सुरेश को भी बड़े पर्दे पर देखना पसंद करता है।
'दसरा' की कुल कमाई
'दसरा' ने पहले दिन दुनियाभर में 38 करोड़ की कमाई की थी। वहीं, हिंदी बेल्ट में घरेलू बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का कुल कलेक्शन 6.78 करोड़ के आसपास आकर सिमट गया। जबकि, कुल कलेक्शन 17 करोड़ था। दोस्ती, प्यार और धोखे को दिखाती इस फिल्म ने दूसरे दिन 12 करोड़ का कलेक्शन (यह शुरुआती आंकड़े हैं) किया है।
'दसरा' के आगे अगर 'भोला' की कमाई देखें, तो पहले दिन हिंदी बेल्ट में 11.20 करोड़ कमाने के बाद फिल्म ने दूसरे दिन सात करोड़ का कारोबार किया।
'दसरा' की कहानी
नानी को लीड रोल में लेते हुए बनी इस फिल्म में लव ट्राइएंगल दिखाया गया है। इसी प्यार के बीच दोस्ती और धोखे की अनोखी कड़ी भी है, जिसे परत दर परत फिल्म में खोला गया है। धरनी (नानी) और सूरी (दीक्षित शेट्टी) दोनों पक्के दोस्त हैं। यह दोनों वेनेला बनीं कीर्ति सुरेश से प्यार करते हैं। ऐसे में धरनी अपने दोस्त के लिए अपने प्यार को कुर्बान कर देता है। सब कुछ ठीक चल ही रहा होता है कि गांव में दो गुटों के बीच राजनीति होती है,और इस साजिश में तीनों की जिंदगी बदल जाती है।