Zareen Khan On Lilavati Hospital: डॉक्टर्स पर भड़कीं ज़रीन ख़ान, ‘दोस्तों ने कहा था हॉस्पिटल मत जाना वहां बिजनेस बना रखा है’
Zareen Khan Blast On Lilavati Hospital Doctors कोरोना काल के दौरान जहां हर कोई देशभर के डॉक्टर्स की तारीफ करते नहीं थक रहा है इसी बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस जरीन ख़ान डॉक्टर्स से थोड़ी नराज़ नज़र आई हैं। जानें क्यों?
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना काल के दौरान जहां हर कोई देशभर के डॉक्टर्स की तारीफ करते नहीं थक रहा है, इसी बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस ज़रीन ख़ान डॉक्टर्स से थोड़ी नराज़ नज़र आई हैं। एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि कल यानी 21 सितंबर की रात को उन्हें लीलावती अस्पताल में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ज़रीन ने इस वीडियो में हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के खिलाफ भी अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है।
वीडियो में एक्ट्रेस ने कहा, ‘कल रात मेरा साथ कुछ डिस्टर्बिंग हुआ और मैं वो आप सब के साथ शेयर करना चाहती हूं। आप सब जानते हैं कि मेरे नानाजी मेरे साथ रहते हैं, उनकी उम्र करीब 87 साल है। कल रात उनकी तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद मैं अपने मामू और बहन के साथ उन्हें लीलावती अस्पताल लेकर गई। वहां उन्होंने एक कोविड वॉर्ड बना रखा है, वहां जाकर पहले स्क्रीनिंग होती है। नाना का टेंप्रेचर चेक किया गया वो नॉर्मल था, फिर ऑक्सीज़न लेवल चेक किया गया वो भी नॉर्मल था। तो ज़ाहिर है उन्हें कोविड नहीं था। इसके बाद हम अंदर गए। हमने काफी देर इंतज़ार किया, इसके बाद मैंने वहां एक स्टाफ मेंबर से कहा कि नाना बहुत बुजुर्ग हैं आप प्लीज़ इन्हें जल्दी देख लें तो स्टाफ मेंबर ने कहा कि इनका कोविड टेस्ट और सिटिस्केन करना होगा। इसके बाद ही हम आप लोगों को अंदर जाने दे सकते हैं'।
‘मैंने उनसे कहा कि बाहर स्क्रीनिंग हो चुकी है सब नॉर्मल है, उस पर स्टाफ मेंबर ने हमसे कहा कि यही हमारा प्रोटोकॉल है। वो बहुत अजीब तरीके से भी व्यवहार कर रही थी। मुझे समझ नहीं आया कि सब चेक करने के बाद, सब कुछ नॉर्मल आने के बाद भी उनके इलाज से पहले ये सब बातें कही गईं। मुझे मेरे दोस्तों ने कहा था कि कुछ भी हो जाए अभी हॉस्पिटल मत जाना, क्योंकि इन लोगों ने बिजनेस बना रखा है। मेरा भी कल का तजुर्बा बहुत खराब था, मुझे भी अब दोस्तों की बात सही लग रही है, वहां किसी ने नहीं देखा की नानाजी कितने बुजुर्ग हैं, उन्होंने मेरी कोई मदद नहीं की। फिर हम उन्हें वापस घर ले आए और अगले दिन दूसरे डॉक्टर को दिखाया'।