एक सीन में शत्रुघ्न सिन्हा को जब मारते-मारते रुके नहीं अमिताभ बच्चन, क्या आप बता सकते हैं इस फिल्म का नाम?
साथ कई फिल्में करने के बाद एक ऐसा वक्त भी आया जब शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम करने से अमिताभ बच्चन ने इनकार कर दिया था। अमिताभ-शत्रुघ्न के फिल्म की ये तस्वीर एक बड़ी घटना की गवाह है। क्या आपको पता है फिल्म का नाम ?
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड में यूं तो दोस्ती और दुश्मनी कोई नई बात नहीं, यहां हर पल रिश्तों के रंग बदलते हैं। कुछ ऐसा ही रंग है बिग बी अमिताभ बच्चन और बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा की दोस्ती का। दोनों के बीच एक नरम-गरम रिश्ता चलता रहता है। साथ कई फिल्में करने के बाद एक ऐसा वक्त भी आया जब शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम करने से अमिताभ बच्चन ने इनकार कर दिया था। इन सबका खुलासा एक्टर ने अपनी बायोग्राफी 'एनीथिंग बट खामोश' में किया है। अमिताभ-शत्रुघ्न के फिल्म की ये तस्वीर एक बड़ी घटना की गवाह है। क्या आपको पता है फिल्म का नाम ?
किस फिल्म की है ये तस्वीर?
तस्वीर में साफ है कि ये शूटिंग के दौरान ली गई है। फिल्म है 1979 की 'काला पत्थर'। इस फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन के अलावा शशि कपूर, राखी और नीतू सिंह ने काम किया था। फिल्म को लेकर बिहारी बाबू की एक कड़वी याद जुड़ी है, एक ऐसी याद जिसने अमिताभ के साथ उनके रिश्ते में दरार डाल दी।
अमिताभ बच्चन ने फाइट सीन के दौरान किया कुछ ऐसा
अपनी बायोग्राफी 'एनीथिंग बट खामोश' में इसका जिक्र करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा,' एक सीन के अनुसार अमिताभ को मुझे मारना था, जब शूट शुरू हुआ तो अमिताभ मुझे मारते ही चले गए, बिना रुके। अमिताभ को इतने गुस्से में देख एक्टर शशि कपूर बीच में आए और उन्हें रोका वर्ना तो वो क्या करते पता नहीं।'
अमिताभ के साथ ऐसे बिगड़े रिश्ते
शत्रुघ्न सिन्हा ने बायोग्राफी में दोस्ताना फिल्म से जुड़े एक किस्से को भी साझा किया। उन्होंने बिग बी के बारे में बात करते हुए कहा, 'अमिताभ बच्चन फिल्म में एक सीन अपने हिसाब से करना चाहते थे और फिल्म के निर्देशक राज खोसला ने भी उन्हें ऐसा करने से बिल्कुल भी मना नहीं किया। अमिताभ उस वक्त इतनी बुरी तरह से बरस पड़े। यहां तक वह कि लगभग अभद्र शब्दों का भी प्रयोग करने लगे, जिसे सुनकर राज खोसला जी जैसे सीनियर की आंखों में भी आंसू आ गए थे'
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिये इंटरव्यू में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि अमिताभ बच्चन के खिलाफ मेरे मन में कुछ भी नहीं है। उनके लिए मेरे दिल में केवल प्यार और सम्मान है। हालांकि, अभी भी कोई बीते दिनों के बारे में पूछता है तो मेरा यही जवाब होगा, 'छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी'