वहीदा रहमान ने गुरुदत्त से किन बातों में की कमल हासन की तुलना, जानें इस खबर में
कमल हासन की लिखी कहानी और उन्हीं के निर्देशन में बनी ये फिल्म हिंदी और तमिल में ओरिजनल शूट की गई है
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। कमल हासन और शेखर कपूर काफी करीबी मित्र हैं। लेकिन दोनों कई सालों से एक दूसरे के साथ काम करना चाहते थे और अब तक वह सपना पूरा नहीं हो पाया था। यह सपना अब जाकर विश्वरूपम 2 में पूरा हुआ है।
साथ ही कमल ने वहीदा रहमान जैसी वेटरेन अभिनेत्री को भी इस फिल्म में शामिल होने के लिए राजी कर लिया।इन दोनों के साथ काम करने के अनुभव शेयर करते हुए कमल बताते हैं कि हम 35 साल से एक दूसरे के दोस्त है। हम इस फिल्म से पहले लगभग 40 स्क्रिप्ट्स पर एक दूसरे से बातचीत कर चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्य से वे फिल्में बन ही नहीं पायीं। ऐसे में मैंने ही शेखर को एक दिन फोन पर कहा कि या तो तुम मुझे डायरेक्ट करो या मैं तुमको डायरेक्ट करने जा रहा हूं। उसने कहा कि चलो तुम ही बनाओ। मैंने बताया कि मैं विश्वरूपम 2 बना रहा हूं। उसने फौरन हां कह दिया। खास बात यह है कि वह इतना मशरुफ होने के बावजूद इस फिल्म से जुड़ा और उसका योगदान अतुलनीय है। वहीं वहीदा रहमान के साथ अपने अनुभव के बारे में कमल बताते हैं कि वह हमारे सेट पर सबसे युवा अभिनेत्री थीं। वह दिल से अभी भी बहुत यंग हैं। इसलिए उनके साथ काम करके काफी मजा आया।उनके साथ काम करना मेरा सौभाग्य की बात है। कमल बताते हैं कि मेरे लिए उनसे जुड़ा सबसे अहम अनुभव यह रहा कि मैंने उनको बताया कि वो मेरे लिए सबसे खूबसूरत पल थे, जब मैंने अपनी पसंदीदा फिल्म कागज के फूल उनके साथ डिसकस की। उन्होंने मेरे बारे में ऐसा कुछ कहा जो मेरे लिए किसी बहुत बड़ी उपलब्धि से कम नहीं। उन्होंने मुझे कहा कि मेरी कुछ चीजें उन्हें गुरुदत्त साहब की याद दिलाती हैं। इस बात से मैं अभिभूत था। यह पल मेरे लिए हमेशा यादगार पलों में से एक बन चुका है।
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आपको बता दें कि, कमल हासन की लिखी कहानी और उन्हीं के निर्देशन में बनी ये फिल्म हिंदी और तमिल में ओरिजनल शूट की गई है और तेलुगु में इसे डब किया गया है। साऊथ में इसे विश्वरूपम 2 नाम दिया गया है। दूसरे भाग में भी कमल हसन आतंकियों से निबटने के लिए एक मिशन पर हैं और रॉ एजेंट के किरदार में अलग अलग रूप बदल कर दुश्मनों का सफाया करते हैं। उनकी लड़ाई इस बार भी एक धर्म विशेष के नाम पर आतंक फ़ैलाने वालों के ख़िलाफ़ है।
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