Salman Khan ने 'नो एंट्री'की पूरी कहानी सुने बिना ही कर दी थी साइन, जानें इसके पीछे की वजह
जस्ट लव मी गाने को दक्षिण अफ्रीका के सन सिटी मॉरीशस और थाइलैंड में शूट किया गया था। किसी भी निर्माता-निर्देशक के लिए इतनी बड़ी स्टारकास्ट के साथ काम कर पाना मुश्किल होता है।
दीपेश पांडेय, जेएनएन। मल्टीस्टारर कॉमेडी फिल्म 'नो एंट्री' का हर लम्हा निर्देशक अनीस बज्मी के जेहन में तरोताजा है। 26 अगस्त को रिलीज के 15 साल पूरे करने जा रही यह फिल्म देखना आज भी दिलचस्प लगता है। इसकी सीक्वल की स्क्रिप्ट लिख चुके अनीस बज्मी को अब उस पर काम शुरू करने का इंतजार है। वह साझा कर रहे हैं 'नो एंट्री' से जुड़ी यादगार बातें...
'नो एंट्री' की कहानी पूरी तरह से काल्पनिक थी। उसे मैंने करीब छह महीने में पूरा किया था। अनिल कपूर से मेरा परिचय तब से है जब मैं राज कपूर को असिस्ट किया करता था। इस फिल्म की कहानी लिखते समय ही मैंने उन्हें इसके बारे में बता दिया था। वह इस फिल्म के लिए ऑन बोर्ड आने वाले पहले अभिनेता थे। स्क्रिप्ट पूरी करने के बाद मैं निर्माता बोनी कपूर से मिला और स्टारकास्ट तय की। सभी कलाकारों ने सिर्फ एक बार कहानी सुनने के बाद ही स्वीकृति दे दी थी। सलमान खान ने फिल्म की पूरी कहानी भी नहीं सुनी और दोस्ती में हामी भर दी थी। हम जब स्क्रिप्ट लेकर फरदीन खान के पास पहुंचे तो पहले कभी कॉमेडी न करने के कारण उनमें कुछ हिचक थी। मैंने कहा कि उन्हें अलग से कॉमेडी नहीं करनी है। सिर्फ स्क्रिप्ट के अनुसार अभिनय करना है।
फिल्म के संगीत और गानों पर विचार करने के लिए गीतकार समीर अंजान और संगीतकार अनु मलिक के साथ मैंने पांच-छह दिन के लिए लोनावला जाने की योजना बनाई। वहां जाते वक्त रास्ते में ही हमने फिल्म के दो गाने 'नो एंट्री' और 'कहां हो तुम' को तय कर लिया। दूसरे दिन शेष गानों के लिए भी संगीत तय कर लिया गया। समीर जी ने एक दिन में ही सारे गाने लिख दिए। तीसरे दिन सुबह हम मुंबई वापस आ गए। फिल्म की शूटिंग भारत के अलावा मॉरिशस, दक्षिण अफ्रीका, और थाइलैंड समेत कई देशों में हुई थी।
'जस्ट लव मी' गाने को दक्षिण अफ्रीका के सन सिटी, मॉरीशस और थाइलैंड में शूट किया गया था। किसी भी निर्माता-निर्देशक के लिए इतनी बड़ी स्टारकास्ट के साथ काम कर पाना मुश्किल होता है, क्योंकि सभी के अलग नखरे होते हैं, लेकिन 'नो एंट्री' के सेट पर किसी के कोई नखरे नहीं होते थे। सभी एक-दूसरे की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाते थे। शेखर (फरदीन खान) का लुक अलग दिखाने के लिए मैंने टोपी पहनाने का निर्णय लिया, लेकिन उसके पीछे कहानी होनी चाहिए थी, जिसे फिल्म के अंत में दिखाया गया है। फिल्म की शुरुआत में एक सीन में शेखर, संजना (सेलिना जेटली) के पीछे बारहसिंगा की सींग लेकर भागता है। मूल स्क्रिप्ट में बारहसिंगा के सींग का जिक्र नहीं था।
शूटिंग के वक्त मेरी नजर एक दीवार पर टंगे सींग पर पड़ी तो मैंने उसका इस्तेमाल करने का फैसला किया। फिल्म के क्लाइमेक्स में गलती से प्रेम (सलमान खान), किशन (अनिल कपूर) और शेखर एक-दूसरे की टांगें पकड़कर पहाड़ी के नीचे लटक जाते हैं। उसकी शूटिंग थाइलैंड के फुकेट में की गई। उस वक्त वीएफएक्स का ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता था। इसलिए हम पहाड़ी पर गए। जहां जबर्दस्त ढलान होने के साथ तेज हवाएं चल रहीं थीं। अनहोनी से बचने के लिए हमने सारे क्रू मेंबर्स को हार्नेस से बांधकर रखा था।
स्क्रिप्ट लिखते वक्त इस सीन में सांप नहीं था, लेकिन जब मुझे कहानी थोड़ी सीधी जाती दिखाई दी तो रोमांच बढ़ाने के लिए मैंने सेट पर ही फिल्म में सांप वाला सीन जोड़ा था। अब 'नो एंट्री' के सीक्वल की स्क्रिप्ट भी तैयार है। जैसे ही बोनी कपूर की स्वीकृति मिलेगी, हम फिल्म पर काम करना शुरू कर देंगे।