हिस्टोरिकल फ़िल्मों को लेकर उठता रहा है विवाद, फिर भी जारी है सिलसिला... अब पानीपत!
इन विवादों के बावजूद भी फ़िल्ममेकर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वे एक बाद एक लगातार हिस्टोरिकल फ़िल्में बनाते जा रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पिछले कुछ समय से भारतीय सिनेमा में एक ट्रेंड देखने को मिला है। फ़िल्ममेकर हिस्टोरिकल सिनेमा में ख़ूब दिलचस्पी ले रहे हैं। मुगलकालीन इतिहास से ब्रिटिश हुकूमत तक की कहानियों को पर्दे पर उतारा जा रहा है। पहले भी ऐसी फ़िल्में आती रही हैं, मगर पिछले कुछ सालों में इसमें तेज़ी आयी है। हालांकि, इतिहास से निकली कहानियां अक्सर विवाद का भी शिकार हो जाती हैं। कुछ घटनाओं और किरदारों को लेकर विचारधाराएं टकराने लगती हैं, तो बवाल होता है।
इन विवादों के बावजूद भी फ़िल्ममेकर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वे एक बाद एक लगातार हिस्टोरिकल फ़िल्में बनाते जा रहे हैं। इस लेख में हम उन्हीं फ़िल्मों के बारे में बातने जा रहे हैं, जो आ रही हैं और जिनको लेकर पहले विवाद भी रहा है।
इन्हें अभी पर्दे पर उतरना है-
1. पानीपत- सजंय दत्त और अर्जुन कपूर स्टारर आशुतोष गोवारिकर की फ़िल्म 'पानीपत' छह दिसंबर को रिलीज़ होने वाली है। यह फ़िल्म पानीपत के तीसरे युद्ध की कहानी पर बुनी गई है। इसमें अफ़गान योद्धा अहमद शाह अब्दाली और मराठा योद्धा सदाशिव राव भाऊ के बीच हुई पानी की तीसरी लड़ाई को दिखाया गया है। इस फ़िल्म को लेकर भी विवादों की शुरुआत हो चुकी है। फ़िल्म के किरदार अहमद शाह अब्दाली को लेकर विवाद पनपने लगा है।
2.तानाजी: द अनसंग वॉरियर- अजय देवगन, सैफ़ अली ख़ान और काजोल की आने वाली फ़िल्म 'तानाजी: द अनसंग वॉरियर' भी एक हिस्टोरिकल फ़िल्म है। यह फ़िल्म छत्रपति शिवाजी के सूबेदार तानाजी मालसुरे के जीवन पर आधारित है। यह फ़िल्म 10 जनवरी को रिलीज़ की जाएगी। इस फ़िल्म में मुगल के समय को पर्दे पर उतारा गया है।
3.पृथ्वी राज चौहान- बायोपिक स्टार अक्षय कुमार एक और बॉयोपिक लेकर आ रहे हैं। इस बार वह सम्राट पृथ्वी राज चौहान की कहानी पर्दे पर लेकर आ रहे हैं। इस फ़िल्म का नाम भी पृथ्वीराज है, जिसे यशराज फ़िल्म्स प्रोड्यूस कर रही है। यह फ़िल्म 2020 में दिवाली पर रिलीज़ हो सकती है।
इन पर हो चुका है बवाल
पद्मावत- संजय लीला भंसाली की फ़िल्म 'पद्मावत' को लेकर खूब बवाल हुआ था। फ़िल्म में चित्तौड़ की रानी पद्मावती के किरदार को लेकर कुछ समुदाय विशेष के संगठनों ने सवाल खड़े किए थे। पद्मावती का किरदार निभा रहीं दीपिका पादुकोंण को धमकियां भी दी गईं थी। रिलीज़ से पहले फ़िल्म पर आरोप था कि उसने रानी पद्मावती के शान से समझौता किया है। हालांकि, बाद में फ़िल्म का नाम बदलकर 'पद्मावती' से 'पद्मावत' किया गया और रिलीज़ हो गई। फ़िल्म की रिलीज़ डेट भी बदलनी पड़ी थी।
बाजीराव मस्तानी- संजय लीला भंसाली की एक और फ़िल्म 'बाजीराव मस्तानी' भी विवादों में रही थी। यह फ़िल्म मराठा योद्धा पेशवा बाजीराव की प्रेम कहानी पर बनायी गयी थी। इस फ़िल्म में बाजीराव और मस्तानी के बीच के संबंध को लेकर कुछ लोगों ने सवाल उठाए थे।
जोधा अकबर- आशुतोष गोवारिकर की फ़िल्म 'जोधा अकबर' भी विवादों में रही थी। इस फ़िल्म में जोधा और अकबर के संबंधों को लेकर सवाल खड़े किए गए थे। राजस्थान में इस फ़िल्म का काफी विरोध भी हुआ था। हालांकि, यह फ़िल्म भी रिलीज़ हुई थी।
इस मामले को लेकर सिनेमा के वरिष्ठ पत्रकार कहते हैं कि मामला इसलिए फंसता है कि लोक कथाएं और किताबी इतिहास में अंतर है। फ़िल्ममेकर और दर्शक दोनों का अपना अलग इतिहास होता है। ऐसे में रिलीज़ से पहले दोनों आमने सामने आ जाते हैं। कई बार सिनेमैटिक लिबर्टी के चलते भी फ़िल्में विवाद का शिकार बनती हैं।