Happy Birthday Manmohan Desai: ऐसा निर्देशक जिसकी बातें टाल नहीं पाते थे सुपरस्टार 'अमिताभ बच्चन'
अमिताभ बच्चन के फ़िल्मी करियर में उनका शानदार योगदान है। ऐसे कई बार अमिताभ ख़ुद भी कह चुके हैं। आज यानी 26 फरवरी को इसी निर्देशक की जन्मदिन का है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Happy Birthday Manmohan Desai: मनमोहन देसाई उन निर्देशक में हैं, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नया आयाम दिया। उन्होंने 'सदी के महानायक' कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को भी अपने फ्लेवर में ढाला। प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को अगर 'एंग्री यंग मैन' बनाया, तो मनमोहन देसाई ने उन्होंने 'बिग बी' बनाया। अमिताभ बच्चन के फ़िल्मी करियर में उनका शानदार योगदान है। ऐसे कई बार अमिताभ ख़ुद भी कह चुके हैं। आज यानी 26 फरवरी को इसी निर्देशक की जन्मदिन का है।
मनमोहन देसाई का जन्म 26 फरवरी 1937 को मुंबई में हुआ। उन्होंने अपने पिता की विरासत को ना सिर्फ आगे बढ़ाया, बल्कि उसे एक शानदार शिखर तक पहुंचाया। साल 1960 में उन्होंने 'छलिया' से अपना फ़िल्मी करियर शुरू किया और कई शानदार फ़िल्में दीं। 'अमर अकबर एंथनी', 'परवरिश', 'सुहाग', 'नसीब', 'देश प्रेमी', 'कुली', 'मर्द', 'गंगा जमुना सरस्वती' और 'तूफ़ान' ऐसी फ़िल्में हैं, जिसमें उन्होंने अमिताभ को कास्ट किया।
अमिताभ ने एक बार मनमोहन देसाई को याद करते हुए किस्सा सुनाया। उन्होंने यह बताया कि कैसे उनकी बातें सुननी पड़ती थीं। अमिताभ ने बताया 'उन दिनों मैं ऋषिकेश मुखर्जी और मनमोहन देसाई की एक साथ फिल्में कर रहा था। एक फिल्म में एक शॉट था, जिसमें मुझे मंदिर में जाकर भगवान् की मूर्ति के पैर छू कर वापस आना था। क्योंकि वह एक मंदिर था इसलिए मैं बहुत आदर के साथ मंदिर के पास पहुंचा। झुककर प्रणाम किया। तभी मनमोहन देसाई ने कट-कट कहा। मैंने पूछा क्या हुआ मनमोहन दादा। तो उन्होंने कहा - यह बंगाली पिक्चर नहीं है। यह मनमोहन देसाई का पिक्चर है। जल्दी जा पाँव छू और वापस आ जा। मेरे पास इतना टाइम नहीं है।'
मनमोहन देसाई ना सिर्फ अमिताभ बच्चन के साथ ही नहीं, बल्कि राज कपूर, शम्मी कपूर, शशि कपूर जैसे एक्टर्स के साथ भी काम किया। उन्होंने 'राजकुमार', 'बदतमीज' और 'ब्लफमास्टर' जैसी फ़िल्में दीं। उन्होंने अपने दौर के सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना के साथ भी काम किया। राजेश के साथ मिलकर मनमोहन देसाई ने 'सच्चा झूठा' और 'रोटी' जैसी कामयाब फ़िल्में बनाईं। मनमोहन देसाई उन निर्देशकों में से हैं, जो आज भी भारतीय सिनेमा के लिए माइल्सस्टोन हैं।