सांड की आंख: गन और घाघरा के साथ तापसी- भूमि का खेत में वेलंटाइन
फिल्म उत्तर प्रदेश के शार्प शूटर्स चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर नामक लड़कियों की कहानी है, जो दादी बनने के बाद भी अपने उसी तेवर में रहती हैं।
मुंबई। शूटर दादियों की रीयल स्टोरी पर बन रही फिल्म सांड की आंख को लेकर इन दिनों उत्तर प्रदेश के बागपत में काफ़ी हलचल है। फिल्म में भूमि पेडणेकर और तापसी पन्नू लीड रोल में हैं और आज वेलंटाइन डे के मौके पर दोनों ने अपने गेटअप में लव का साइन दिया है।
तुषार हीरानंदानी के निर्देशन में बन रही इस फिल्म से अनुराग कश्यप भी जुड़े हैं। फिल्म उत्तर प्रदेश के शार्प शूटर्स चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर नामक लड़कियों की कहानी है, जो दादी बनने के बाद भी अपने उसी तेवर में रहती हैं।
फिल्म के नाम को लेकर इन दिनों विवाद हो रहा है। इस फिल्म की शूटिंग 10 फरवरी को बागपत में शुरू हुई है। फिल्मकार प्रीतिश नंदी ने फिल्म के टाइटल को लेकर आपत्ति जताई थी जिसका नाम वुमनिया था। उनका दावा है कि ये टाइटल सालों पहले उनकी कंपनी द्वारा रजिस्टर्ड कराया गया था। इसलिये कानूनन अनुराग कश्यप इस टाइटल का इस्तेमाल नहीं कर सकते। फिल्म सांड की आंख में पश्चिम उत्तर प्रदेश खासकर बागपत में प्रयोग होने वाले ठेठ शब्दों का इस्तेमाल किया जाएगा ।
Guns and घागराs ❤️ हैपी Valentines डे @bhumipednekar #ValentinesDay #SaandKiAankh pic.twitter.com/PNWCk4faLG— taapsee pannu (@taapsee) February 14, 2019
जौहड़ी गांव की शूटर दादियों के जीवन पर बन रही बालीवुड फिल्म ‘सांड़ की आंख’ में तापसी और भूमि ठेठ देसी अंदाज में नजर आ रहीं हैं। उन्होंने घाघरा-कमीज पहनी है और हाथों में गन है। ईंट-भट्ठे पर बनाया जा रहा फिल्म का सेट सांड़ की आंख में दादी चंद्रो के जेठ ईंट भट्ठा मालिक अतल सिंह ठेकेदार का भी किरदार है। फिल्म अभिनेता प्रकाश झा इस भूमिका को निभाएंगे।
इस फिल्म के लिए भूमि पेडनेकर और तापसी पन्नू को 1 महीने का अभ्यास भी करना था। फिल्म की शूटिंग के लिए एंटीक बंदूकों का होना आवश्यक थाl जिसके चलते फिल्म का बजट बढ़ रहा था। तब उस समय फिल्म की शूटिंग रोक दी गई थी l
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