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'कहीं दूर जब दिन ढल जाए' लिखने वाले गीतकार योगेश का निधन, लता मंगेशकर ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

Lyricist Yogesh Passes Away लखनऊ में 19 मार्च 1943 को जन्मे गीतकार योगेश ने साठ और सत्तर के दौर में कई बेहतरीन गीत हिंदी सिनेमा को दिये।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 06:18 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 11:06 AM (IST)
'कहीं दूर जब दिन ढल जाए' लिखने वाले गीतकार योगेश का निधन, लता मंगेशकर ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
'कहीं दूर जब दिन ढल जाए' लिखने वाले गीतकार योगेश का निधन, लता मंगेशकर ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान बॉलीवुड को एक और झटका लगा। शुक्रवार को हिंदी सिनेमा के वेटरन गीतकार योगेश गौड़ का 77 साल की उम्र में निधन हो गया। कई क्लासिक फ़िल्मों को अपने गीतों से नवाज़ने वाले योगेश को लता मंगेशकर ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये हैं।

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लता ने ट्विटर पर लिखा- मुझे अभी पता चला कि दिल को छू लेने वाले गीत लिखने वाले कवि योगेश जी का आज स्वर्गवास हुआ। ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ। योगेश जी के लिखे कई गीत मैंने गाये। योगेश बहुत शांत और मधुर स्वभाव के इंसान थे। मैं उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पण करती हूं।

अभिनेता और फ़िल्ममेकर निखिल द्विवेदी ने योगेश को याद करते हुए लिखा- आप अपने किस्म के अकेले थे। हम आपको आपका हक़ नहीं दे सके, लेकिन आपका हरेक मोती हमेशा रहेगा। आप मेरे पसंदीदा थे। आप लीजेंड हैं।

लखनऊ में 19 मार्च 1943 को जन्मे गीतकार योगेश ने साठ और सत्तर के दौर में कई बेहतरीन गीत हिंदी सिनेमा को दिये। इनमें आनंद फ़िल्म के गीत कहीं दूर जब दिन ढल जाए और ज़िंदगी कैसी है पहेली जैसे कालजयी गीत शामिल हैं। उन्होंने मुख्य रूप से ऋषिकेश मुखर्जी और बासु चटर्जी की फ़िल्मों के लिए गीत लिखे। 

योगेश के करियर की शुरुआत 1962 की फ़िल्म सखी रॉबिन फ़िल्म से हुई थी, जिसके लिए उन्होंने 6 गाने लिखे थे। 1974 की फ़िल्म रजनीगंधा, 1976 की फ़िल्म छोटी सी बात, 1979 की फ़िल्म बातों बातों और मंज़िल समेत उनके गीतों ने कई फ़िल्मों को यादगार बनाया। योगेश की आख़िरी बड़ी रिलीज़ फ़िल्म बेवफ़ा सनम थी, जिसमें किशन कुमार ने लीड रोल निभाया था। उन्होंने कुछ टीवी सीरियल्स के लिए भी लेखन किया था।

इंडियन एक्सप्रेस को दिये एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- जो देखा था, जो जीता था, वही लिखा है। मैंने हमेशा अपने आस-पास के लोगों के बारे में लिखा। इससे पहले अप्रैल में हिंदी सिनेमा ने इरफ़ान ख़ान और ऋषि कपूर जैसे दिग्गज कलाकारों को खोया है। (Photo- YouTube)


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