वरुण धवन ने इस एक्ट्रेस से जिम में मांगी थी नेचुरली रोने की टिप्स, बोले- मुझे भी सिखाओ पर्दे पर कैसे निकालते हैं आंसू
पहले मैं और वरुण एक ही जिम में वर्कऑउट करते थे तो उनसे दोस्ती हो गयी थी। वरुण ने मेरी फिल्म घायल वन्स अगेन देखकर मुझे कॉम्प्लीटमेंट देते हुए मुझसे पूछा था कि यार कमाल की एक्टिंग थी और इतना नेचुरल तुम रोने का सीन कैसे कर लेती हो।
शिखा धारीवाल, मुंबई। 'परवरिश' और 'बड़े अच्छे लगते है' जैसे और भी कई मशहूर सीरियल्स में नजर आ चुकी एक्ट्रेस आंचल मुंजाल छोटे पर्दे को अलविदा कह अब फिल्मों में अपना करियर बनाने की तैयारी कर रही हैं। अब तक आंचल 'आरक्षण' और 'घायल वन्स अगेन' जैसी फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं। कई बॉलीवुड प्रोजेक्ट्स साइन कर चुकी आंचल ने दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव में टेलीविजन और बॉलीवुड इंडस्ट्री पर चर्चा के दौरान खुलासा करते हुए बताया कि कैसे टेलीविजन एक्टर्स को फिल्म इंडस्ट्री में बहुत कम आंका जाता है।
आंचल कहती है कि मुझे लगता है इसमें बदलाव आना चाहिए कि क्योंकि एक टीवी एक्टर टेलीविजन में काम करते हुए फिल्म में काम के लिए ऑडिशन नहीं देता क्योंकि उसे टेलीविजन का बैकग्राउंड होने की वजह से बॉलीवुड में उसकी एक्टिंग को गंभीरता से नहीं लिया जाता। इसीलिए टेलीविजन एक्टर्स फ़िल्म में डेब्यू करने के लिए टेलीविजन इंडस्ट्री से कई सालों का गैप लेते हैं। इस दौरान वो अपनी इमेज बदलने की कोशिश करते है।
एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'जब उस एक्टर पर लगा टेलीविजन का टैग लोग भूलने लगते है, तब जाकर बॉलीवुड के लिए ऑडिशन देने का सिलसिला शुरू होता है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आंचल कहती है कि मैंने खुद भी टेलीविजन से लंबा ब्रेक लिए और उस दौरान फिटनेस वैगरह पर खूब काम किया तब जाकर मैंने बॉलीवुड में काम ढूंढना शुरू किया तो मुझे लगता है यह बदलाव होना चाहिए। बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक्टर्स को एक्टिंग के हुनर के आधार पर काम मिलना चाहिए , उसका बॉलीवुड या टेलीविजन के टैग से कोई लेना देना नहीं होना चाहिए।
फिल्मो में काम के सवाल पर आंचल कहती है कि अब मुझे फिल्म इंडस्ट्री में काम मिलना शुरू हो गया है कुछ प्रोजेक्ट्स है जिनके बारे में अभी बात नही करूंगी लेकिन इतना जरूर है कि मेरे काम को लोग पसंद करते हैं और कॉम्प्लीटमेंट भी देते हैं। आंचल वरुण धवन से जुड़ा एक किस्सा शेयर करते हुए बताती है कि पहले मैं और वरुण एक ही जिम में वर्कऑउट करते थे तो उनसे दोस्ती हो गयी थी। वरुण ने मेरी फिल्म घायल वन्स अगेन देखकर मुझे कॉम्प्लीटमेंट देते हुए मुझसे पूछा था कि यार कमाल की एक्टिंग थी और इतना नेचुरल तुम रोने का सीन कैसे कर लेती हो। मुझे भी बताओ ये रोने वाली टिप्स। वरुण का कॉम्प्लीटमेंट वाकई सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा और यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी।
आंचल इसी सवाल पर अपनी बात खत्म करते हुए कहती है कि मैंने वरुण को बताया कि उस सीन के दौरान मैं असल में अपने पापा को याद कर रही थी कि जैसे मैं बरसों बाद अपने पापा से मिल पा रही हूं। इसीलिए मेरा आंसुओं का सैलाब बह निकला। आंचल कहती है कि वरुण से उनकी अच्छी बातचीत होती है और वरुण बेहद नेकदिल और जमीन से जुड़े हैं उनमें एटीट्यूड बिल्कुल नहीं है अगर मुझे मौका मिले तो मेरी ख्वाहिश है कि मैं उनके साथ बॉलीवुड की किसी फिल्म में काम करूं।