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वरुण धवन के 'अक्टूबर' की ये बात पता चली तो उंगलियों पर गिनेंगे दिन!

मुग़ले-आज़म और पाकीज़ा जैसी फ़िल्में मिसाल के तौर पर याद की जा सकती हैं, जिन्हें सिनेमाघरों तक पहुंचने में कई साल लग गये। मगर आज कल की फ़िल्ममेकिंग काफ़ी फ़ास्ट हो गयी है।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Wed, 04 Apr 2018 06:27 PM (IST)Updated: Thu, 05 Apr 2018 08:38 AM (IST)
वरुण धवन के 'अक्टूबर' की ये बात पता चली तो उंगलियों पर गिनेंगे दिन!
वरुण धवन के 'अक्टूबर' की ये बात पता चली तो उंगलियों पर गिनेंगे दिन!

मुंबई। आपने बॉलीवुड फ़िल्मों की शूटिंग को लेकर कई क़िस्से-कहानियां सुने होंगे। एक दौर था, जब एक फ़िल्म को पूरा होने में कभी महीनों तो कभी-कभी सालों लग जाते थे।

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मुग़ले-आज़म और पाकीज़ा जैसी फ़िल्में मिसाल के तौर पर याद की जा सकती हैं, जिन्हें सिनेमाघरों तक पहुंचने में कई साल लग गये। मगर आज कल की फ़िल्ममेकिंग काफ़ी फ़ास्ट हो गयी है। स्टार्ट-टू-फ़िनिश शेड्यूल होता है, फ़िल्में सालों और महीनों के बजाए चंद हफ़्तों या कभी-कभार कुछ दिनों में ही पूरी हो जाती हैं।

शूजित सरकार की फ़िल्म 'अक्टूबर' महज़ 38 दिनों में कंप्लीट हुई है। आख़िरी शेड्यूल मनाली में हुआ था। फ़िल्म की कहानी जूही चतुर्वेदी ने लिखी है और बनीता संधू फ़िल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं। अक्टूबर, 13 अप्रैल 2018 को रिलीज़ हो रही है। एक बातचीत में सरकार ने कहा था कि फ़िल्म की शूटिंग तय शेड्यूल से पहले पूरी हुई है। 

'बरेली की बर्फ़ी' को अश्विनी अय्यर तिवारी ने डायरेक्ट किया। राजकुमार राव, आयुष्मान खुराना और कृति सनोन स्टारर फ़िल्म 60 दिन में कंप्लीट कर ली गयी। फ़िल्म उत्तर प्रदेश में शूट की गयी थी। समय से पहले शूटिंग पूरी करने के मामले में अक्षय कुमार सबसे बड़े तीस मार खान हैं। अक्षय साल में 3-4 फ़िल्में करते हैं और अमूमन 30 से 60 दिन में कंप्लीट कर लेते हैं। बचे हुए वक़्त को छुट्टियां बिताने में खर्च करते हैं।

इसी साल रिलीज़ हुई 'जॉली एलएलबी2' की शूटिंग अक्षय ने महज़ 30 दिनों में पूरी कर ली थी। वैसे तो अक्षय ख़ुद अनुशासित एक्टर हैं, लेकिन 'जॉली एलएलबी2' के समय पर पूरा होने का क्रेडिट उन्होंने डायरेक्टर सुभाष कपूर की प्लानिंग को दिया था। 'हाउसफुल3' जैसी मल्टीस्टारर फ़िल्म अक्षय ने 38 दिनों में पूरी कर ली थी।

अभय चोपड़ा निर्देशित 'इत्तेफ़ाक़' 1969 में आयी राजेश खन्ना-नंदा की इत्तेफ़ाक़ का रीमेक थी। इस फ़िल्म की शूटिंग भी महज़ एक महीने में कंप्लीट कर ली गयी थी। नई इत्तेफ़ाक़ में सिद्धार्थ मल्होत्रा, अक्षय खन्ना और सोनाक्षी सिन्हा ने लीड रोल प्ले किये हैं।

यक़ीन करना मुश्किल है, मगर नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी की हरामखोर की शूटिंग सिर्फ़ 16 दिनों में पूरी कर ली गयी थी। डायरेक्टर श्लोक शर्मा ने इसका क्रेडिट एक्टर्स और टीम को दिया। फ़िल्म में श्वेता त्रिपाठी फ़ीमेल लीड रोल में थीं और पूरी फ़िल्म एक छोटे क़स्बे में रियल लोकेशंस पर शूट की गयी थी।

आर बाल्की की 'की एंड का' में अर्जुन कपूर और करीना कपूर ने लीड रोल्स निभाये थे। ये फ़िल्म महज़ 45 दिनों में कंप्लीट कर ली गयी। रितिक रोशन की काबिल को 88 दिनों में पूरा करने की योजना थी, मगर फ़िल्म 77 दिनों में ही कंप्लीट कर ली गयी। बेहतर योजना, क्रियान्वयन और कलाकारों के प्रोफेशनल दृष्टिकोण की वजह से फ़िल्में अब तय समय सीमा के भीतर ही पूरी कर ली जाती हैं।


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