Priyanka Chopra के ख़िलाफ़ शिकायत पर UNICEF का Pakistan को दो टूक जवाब
Unicef rejects Petition Against Priyanka Chopra एक ट्वीट के आधार पर प्रियंका को गुडविल एम्बेस्डर पद से हटवाने के लिए पाकिस्तान की ओर से ऑनलाइन पिटीशन साइन करवाई जा रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) को UN Goodwill Ambassador For Peace पद से हटाने के ऑनलाइन अभियान को लेकर यूनिसेफ (Unicef) का जो जवाब आया है, उससे पाकिस्तान (Pakistan) को करारा झटका लग सकता है। यूनिसेफ ने साफ़ कहा कि कोई भी गुडविल एम्बेस्डर व्यक्तिगत रूप से क्या बोलता है, इससे उनको कोई सरोकार नहीं है।
एजेंसी की ख़बर के मुताबिक, गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए यूनिसेफ के सेक्रेटरी जनरल Antonio Guterres के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने प्रियंका चोपड़ा से जुड़े सवाल पर कहा कि जब यूनिसेफ के गुडविल एम्बेस्डर निजी विचार रखते हैं, तो उन्हें ऐसे मुद्दों पर बोलने का अधिकार है, जो उन्हें प्रभावित करे हैं। उनके निजी विचार या कार्य अनिवार्य रूप से यूनिसेफ को प्रदर्शित नहीं करते हैं। लेकिन जब वो यूनिसेफ की ओर से बात करते हैं तो हम उम्मीद करते हैं कि वो यूनिसेफ की पक्षपात रहित और प्रामाणिक पोजिशन का ख़्याल रखते हैं।
यूनिसेफ गुडविल एम्बेस्डर्स की भूमिकाओं के बारे में उन्होंने कहा- यूनिसेफ गुडविल एम्बेस्डर कुछ ख़ास व्यक्ति होते हैं, जो बच्चों के अधिकारों को प्रमोट करने के लिए अपना समय और सार्वजनिक छवि स्वेच्छा से समर्पित करते हैं। बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के वक़्त प्रियंका ने भारतीय फौज का उल्लेख करते हुए अपने ट्विटर पर जय हिंद लिखा था।
Jai Hind #IndianArmedForces 🇮🇳 🙏🏽 — PRIYANKA (@priyankachopra) February 26, 2019
प्रियंका के इसी ट्वीट के आधार पर उन्हें गुडविल एम्बेस्डर पद से हटवाने के लिए पाकिस्तानी तत्वों की ओर से ऑनलाइन पिटीशन साइन करवाई जा रही है। वहीं, पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन माज़री ने UN को लेटर भेजकर प्रियंका चोपड़ा को युद्ध समर्थक बताते हुए उन्हें UN Goodwill Ambassador For Peace पद से हटाने की मांग की थी।
Sent letter to UNICEF chief regarding UN Goodwill Ambassador for Peace Ms Chopra pic.twitter.com/PQ3vwYjTVz — Shireen Mazari (@ShireenMazari1) August 21, 2019
शिरीन के इस लेटर के बाद भारतीय यूज़र्स ने जमकर ट्रोल किया और करारा जवाब दिया था। एक यूज़र ने लिखा कि यूएन में पाकिस्तान की क्या रेप्यूटेशन है, यह सबको पता है। का यह लेटर पाकिस्तान की हताशा और निराशा जता रहा है। एक अन्य यूज़र ने लिखा कि इससे पता चलता है कि आप और आपकी सरकार भारत के अंदरूना मामलात से कितना हिल जाते हैं। पहले आप अपने यहां मानवाधिकारों की पड़ताल कीजिए। इससे आपको ज्यादा फ़ायदा होगा।