जुबिन की संगीत संध्या में तैनात होंगे यूएवी
कश्मीर के शालीमार बाग में होने जा रही इजरायल फिलहार्मेनिक आर्केस्ट्रा के संचालक जुबिन मेहता की संगीत संध्या 'अहसास ए कश्मीर' को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए एजेंसियों ने यूएवी (मानव रहित विमान) भी तैनात करने का फैसला किया है। यह पहला मौका होगा जब कश्मीर में आतंकरोधी अभियान के अलावा किसी अन्य आयोजन क
जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर के शालीमार बाग में होने जा रही इजरायल फिलहार्मेनिक आर्केस्ट्रा के संचालक जुबिन मेहता की संगीत संध्या 'अहसास ए कश्मीर' को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए एजेंसियों ने यूएवी (मानव रहित विमान) भी तैनात करने का फैसला किया है। यह पहला मौका होगा जब कश्मीर में आतंकरोधी अभियान के अलावा किसी अन्य आयोजन की सुरक्षा में यूएवी तैनात किए जाएंगे।
कौन कर रहा है इस संगीत संध्या का विरोध?
जुबिन मेहता 7 सितंबर को अपने सौ साथियों और सौ वाद्ययंत्रों पर आधारित आर्केस्ट्रा के जरिए लगभग 90 मिनट तक डल झील के किनारे शालीमार बाग में संगीत की धुनों को बिखेरते हुए दुनिया को प्रेम और सौहार्द का संदेश देंगे। इस संगीत संध्या में देश-विदेश के लगभग डेढ़ हजार गण्यमान्य नागरिक शामिल होंगे। इस कार्यक्त्रम का आयोजन नई दिल्ली स्थित जर्मन दूतावास के सौजन्य से किया जा रहा है।
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हालांकि राज्य प्रशासन ने इस संगीत संध्या पर किसी प्रकार के आतंकी खतरे से इनकार किया है, लेकिन जिस प्रकार अलगाववादी खेमे द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है, उससे वह सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की चूक नहीं चाहता। संगीत संध्या को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए आयोजन स्थल के तीन किलोमीटर के घेरे में कड़े सुरक्षा प्रबंधों की शुरुआत हो चुकी है।
शालीमार बाग के साथ सटे इलाकों में पुलिस और अर्ध सैनिक बलों की गश्त बढ़ा दी गई है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों के बारे में खुफिया पुलिस द्वारा जानकारी जमा की जा रही है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि शालीमार बाग के साथ सटे हारवन और डाचीगाम के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते दो से तीन यूएवी भी सुरक्षा बंदोबस्त में लगाए गए हैं। म्यूजिकल कसंर्ट के लिए आ रहे कलाकारों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए श्रीनगर हवाई अड्डे से शालीमार बाग के रास्ते पर भी कई जगहों पर पुलिस के विशेष दस्ते तैनात रहेंगे। कोई भी अवांछित तत्व म्यूजिकल कंसर्ट तक न पहुंच पाए, इसके लिए संगीत कार्यक्त्रम में बुलाए जाने वाले स्थानीय नागरिकों के बारे में भी पूरी पड़ताल की जा रही है।
पुलिस की सिक्योरिटी विंग की क्लीयरेंस के आधार पर ही स्थानीय लोगों को पास दिए जाएंगे। एडीजीपी सिक्योरिटी वीके सिंह के कहा कि बेशक आतंकी खतरा नहीं है, लेकिन इस संगीत संध्या में कई हाई प्रोफाइल लोग आ रहे हैं, उनकी सुरक्षा में किसी चूक की गुंजाइश नहीं हो सकती। इसलिए सुरक्षा का खास बंदोबस्त रहेगा। पुलिस, सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। आयोजन स्थल से करीब तीन किमी
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