'ठाकरे' के प्रोपैगंडा फ़िल्म होने के आरोपों को लेकर बोले नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी
इस बायोपिक में ठाकरे की कहानी उस वक्त से शुरू होगी, जब वह कार्टूनिस्ट थे। वह किस तरह एक शांत स्वभाव के व्यक्ति से एक बड़े नेता बने और उन्होंने अपना ऑरा कायम किया।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी बाल ठाकरे का किरदार उनकी ही बायोपिक फिल्म ठाकरे में निभा रहे हैं। नवाज़ की इस फिल्म को कुछ लोग प्रोपैगंडा फिल्म कह रहे हैं और माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव नज़दीक होने के कारण फिल्म की रिलीज़ तारीख भी तय की गयी है।
इस बारे में जब जागरण डॉट कॉम ने नवाज़ुद्दीन से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की तो नवाज़ ने कहा बाला साहेब को किसी प्रोपेंगैंडा की क्या ज़रूरत है। उनका जन्मदिन 23 जनवरी को होता है और इसलिए फिल्म के मेकर्स उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए फिल्म इसी दिन रिलीज़ कर रहे हैं। इसमें कोई पॉलिटिकल मोटिव क्यों होगा। नवाज़ का मानना है कि अगर यह फिल्म किसी और दिन भी रिलीज़ होती या होगी तो इस फिल्म को वहीं प्रतिक्रिया मिलेगी, जो अब मिल रही है। नवाज़ कहते हैं कि मैं मानता हूं कि बाला साहेब की ज़िंदगी विवादित रही है और हम लोग कोई व्हाइट वाशिंग करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। जो हैं, वही दिखायेंगे। फिल्म देखने के बाद जनता खुद इस बात को समझ जायेगी।
हिंदी फिल्मों की बायोपिक में प्राय: हीरोइज्म अधिक दिखाया जाता है। इस पर नवाज़ कहते हैं कि हमें हीरोइज्म को लेकर शिकायत करनी नहीं चाहिए। चूंकि हम में हीरो को उसी रूप में देखने की आदत हो जाती है। तभी तो मेरी एंटी हीरो फिल्म रमन राघव देखने नहीं गया था। अगर कोई हीरो को ग्लोरिफाई नहीं करेगा तो उस फिल्म के लिए पैसे बनाना मुश्किल हो जाता है।
नवाज़ का कहना है कि इस बायोपिक में ठाकरे की कहानी उस वक्त से शुरू होगी, जब वह कार्टूनिस्ट थे। वह किस तरह एक शांत स्वभाव के व्यक्ति से एक बड़े नेता बने और उन्होंने अपना ऑरा कायम किया। उनके संघर्ष से उनके विजय तक की कहानी दिखाई गयी है। बता दें कि ठाकरे फिल्म 25 जनवरी को मर्णिकर्णिका के साथ रिलीज़ होने वाली है।