Move to Jagran APP

सुशांत सिंह राजपूत की MS Dhoni की रिलीज को हुए पांच साल पूरे, भाई को याद कर बहन श्वेता बेलीं- 'वापस आ जाओ'

सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी की रिलीज को पांच साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने उन्हें याद करते हुए फिल्म की रिलजी के दौरान हुआ किस्सा याद किया है।

By Pratiksha RanawatEdited By: Published: Sat, 02 Oct 2021 07:45 PM (IST)Updated: Sat, 02 Oct 2021 07:45 PM (IST)
सुशांत सिंह राजपूत की MS Dhoni की रिलीज को हुए पांच साल पूरे, भाई को याद कर बहन श्वेता बेलीं- 'वापस आ जाओ'
श्वेता सिंह कीर्ति, सुशांत सिंह राजपूत, फोटो साभार: Instagram

 नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन को एक साल से भी ज्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन सुशांत सिंह राजपूत को अब तक उनके परिवार के सदस्य और करीबी भुला नहीं पा रहे हैं। सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की रिलीज को पांच साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने उन्हें याद करते हुए फिल्म की रिलजी के दौरान हुआ किस्सा याद किया है।

loksabha election banner

सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वो अक्सर कई पोस्ट शेयर करती रहती हैं। अब हाल ही में उन्होंने अपने भाई की फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' के पांच साल पूरे होने पर याद किया है। श्वेता सिंह कीर्ति ने अपना पांच साल पुराने एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'अपने द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के लिए आप बहुत गर्व महसूस करते हैं। आपको हर समय व्यावहारिक होने की जरूरत नहीं है। कभी-कभी खुद को अपनी भावनाओं में बह जाने दें। यदि आप अभी वापस आते हैं तो मैं ऐसा कई अधिक बार करूंगी।'

 

 

 

 

View this post on Instagram

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

A post shared by Shweta Singh kirti (SSK) (@shwetasinghkirti)

श्वेता ने जो 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' की रिलीज के समय ट्वीट किया था। उस ट्वीट में लिखा था, 'भाई के साथ मेरा पूरा परिवार 4 अक्टूबर को धोनी फिल्म देखने का प्लान किया था। मैं बहुत बुरा महसूस कर रही थी क्योंकि मैं इस पारिवारिक गेट-टूगेदर में शामिल नहीं हो पा रही थी और भाई को गले लगाकर उनके साथ उनकी सफलता का जश्न नहीं मना पा रही थी। लेकिन फिर एक पल आया। ये पल हर किसी के जीवन में आता है जब उसे प्रेक्टिकल या इमोशनल किसी एक फीलिंग का चुनाव करना पड़ता है। मैं इमशनल के साथ जा रही हूं। अभी ही इंडिया की टिकट ली है। मैं अपने भाई की सफलता का जश्न मनाने के लिए और इंतजार नहीं कर सकती। मुझे बस अपने परिवार से प्यार है। भाई के चेहरे पर एक मुस्कान देखने के लिए ये सारे एफर्ट्स काफी हैं।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.