Sonu Sood से शख्स ने कहा- 'सर बिहार चुनाव के लिए भाजपा का टिकट दिलवा दीजिए', एक्टर ने दिया दिलचस्प जवाब
Sonu Sood मदद के मामले में काफ़ी आगे निकल गये हैं। बेरोज़गार हुए लोगों को काम-धंधा दिलवाने के साथ वो ज़रूरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठा रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस पैनडेमिक के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद करके अभिनेता सोनू सूद को एक मसीहा के तौर पर देखा जाने लगा था। अलग-अलग शहरों में अटके-भटके लोगों को सोनू सूद ने अपने ख़र्च से उनके घरों तक पहुंचाया। धीरे-धीरे सोनू के चैरिटी वर्क का विस्तार होता चला गया और लोग सोशल मीडिया के ज़रिए उनसे अलग-अलग मदद मांगने लगे। किसी ने पढ़ाई के लिए मदद मांगी तो किसी ने बिज़नेस के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लगाई। जितना बन पड़ा, सोनू ने लोगों को निराश नहीं किया। कभी-कभी ऐसी मदद भी लोग मांगने लगते हैं कि सोनू को ख़ुद हाथ खड़े करने पड़ते हैं।
ऐसे ही एक मामले में एक शख़्स ने सोनू से कहा कि वो उन्हें बिहार चुनाव के लिए भाजपा से एमएलए का टिकट दिलवा दें। युवक ने बताया कि वो भागलपुर से चुनाव जीतकर लोगों की सेवा करना चाहता है। सोनू सूद भी इस फ़ैन का मंतव्य समझ गये। उन्होंने उसी अंदाज़ में जवाब दिया- बस ट्रेन और प्लेन की टिकट के अलावा मुझे कोई टिकट दिलवाना नहीं आता मेरे भाई।
बस, ट्रेन और प्लेन की टिकट के इलावा मुझे कोई टिकट दिलवाना नहीं आता मेरे भाई। 😂🙏 https://t.co/qULDxegoLW" rel="nofollow— sonu sood (@SonuSood) September 16, 2020
सोनू मदद के मामले में काफ़ी आगे निकल गये हैं। बेरोज़गार हुए लोगों को काम-धंधा दिलवाने के साथ वो ज़रूरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठा रहे हैं। सोनू सूद ने हाल ही में बच्चों को स्कॉलरशिप देने के लिए एक कार्यक्रम भी शुरू किया है, ताकि उनकी शिक्षा में किसी तरह की कमी ना आने पाये। सोनू ने अपनी मां के नाम पर यह स्कॉलरशिप शुरू की है।
एक्टर ने एक ट्वीट कर बताया था- ''हमारा भविष्य हमारी काबिलियत और मेहनत तय करेगी। हम कहां से हैं, हमारी आर्थिक स्थिति का इस से कोई सम्बन्ध नहीं। मेरी एक कोशिश इस तरफ-स्कूल के बाद की पढ़ाई के लिए फुल स्कॉलरशिप...ताकि आप आगे बढ़ें और देश की तरक्की में योगदान दें। Email करें scholarships@sonusood.me''
इज़्ज़त कमाने निकलना।
मशहूर होने नहीं।
मशहूर तो बहुत से लोग हैं
जो अब कभी इज़्ज़त नहीं कमा पाएँगे।— sonu sood (@SonuSood) September 16, 2020
लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों की मदद को लेकर सानू ने कहा था- ''पिछले करीब साढ़े तीन महीने एक तरीके से मेरे लिए जीवन को बदलने वाले अनुभव रहे। माइग्रेंट्स के साथ 16 से 18 घंटे रहना और उनका दर्द बंटना। मैं जब उनको उनके घर के लिए अलविदा कहने जाता था, तब मेरा दिल खुशियों से भर जाता था। उनके चेहरे पर मुस्कान, उनकी आंखों में खुशी के आंसू, मेरी लाइफ के सबसे स्पेशल अनुभव रहे। मैं वादा करता हूं कि मैं तब तक काम करता रहूंगा, जब तक आखिरी माइग्रेंट अपने घर और प्रियजनों के पास नहीं पहुंच जाता।'' सोनू ने इसके अलावा मुंबई पुलिस को 25 हज़ार फेस शील्ड भी डोनेट की थीं।