सलमान खान करें तो ठीक, सोहा अली ने किया तो हो रहा विरोध!
सोहा अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी और मां शर्मिला टैगोर हैं। इनके घर में ईद और दुर्गा पूजा होती रही है। इसलिए सोहा दोनों धर्मों को मानती हैं।
नई दिल्ली। सोहा अली खान पिछले दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म '31 अक्टूबर' की प्रमोशन के लिए अमृतसर पहुंचीं। इस दौरान सोहा ने गोल्डन टेम्पल में माथा टेका और वहां बरतन भी मांजे। इस पर उनका कुछ लोगों ने विरोध किया था। सोहा के मुस्लिम होने की वजह से उनके गुरुद्वारे में जाने को गलत ठहराया जा रहा था। तब सोहा ने लोगों की बातों का तवज्जो नहीं दी थी। अब सोहा ने गणपति पंडाल की अपनी एक फोटो शेयर की, तो फिर उनका विरोध शुरू हो गया है।
पिछले हफ्ते सोहा एक गणपति पंडाल में गईं, वहां पूजा करते हुए कुछ फोटो उन्होंने ट्विटर पर शेयर कीं। इसके बाद से सोहा का सोशल मीडिया पर विरोध होना शुरू हो गया। इस बार भी सोहा कुछ जवाब ना देतीं, लेकिन जब उनके सब्र का बांध टूट गया, तो उन्होंने कहा, 'मेरा धर्म, मेरे बिजनेस से अलग है। मैं नवाज अता करूं या चर्च में जाऊं, इसका किसी पर क्या असर पड़ता है? लोगों को इस बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। मुझे अपने हिसाब से जीने की स्वतंत्रता है।'
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सोहा ने आगे कहा, 'किसी को भी यह कहने का अधिकार नहीं है कि मैं मुस्लिम हूं, इसलिए मैं किसी मंदिर में नहीं जा सकती। मैं कोई वस्तु नहीं हूं। इसलिए किसी खास समुदाय ने मुझे खरीद नहीं रखा है। हमारा सामाजिक ताना-बाना बेहद मजबूत है, क्योंकि यहां विभिन्न समुदाय के लोग रहते हैं और सबको अपने तरीके से जीने की पूरी आजादी है।'
बता दें कि सोहा के पिता मंसूर अली खान पटौदी और मां शर्मिला टैगोर हैं। इनके घर में ईद और दुर्गा पूजा होती रही है। इसलिए सोहा दोनों धर्मों को मानती हैं। अब सोहा ने शादी भी एक हिंदू कुणाल खेमू से की है। इसलिए धर्म को लेकर उनके पर उंगुली उठाना बेहद शर्मनाक है। वैसे बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार हैं, जो मुस्लिम होने के बावजूद अपने घर पर गणपति को लेकर आते हैं। सलमान खान का नाम इनमें सबसे आगे है, जो हर साल अपने घर गणपति पूजा करते हैं। लेकिन सलमान का कभी विरोध नहीं होता, तो फिर सोहा का क्यों हो रहा है।