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Sholay के रीमेक की इजाज़त एक शर्त पर दे सकते हैं रमेश सिप्पी, जानिए क्या है वो मुश्किल शर्त

Sholay Remake ओरिजिनल शोले की बात तो 15 अगस्त 1975 को रिलीज़ हुई फ़िल्म में धर्मेंद्र अमिताभ बच्चन हेमा मालिनी जया भादुड़ी संजीव कुमार और गब्बर सिंह ने मुख्य भूमिकाएं निभायीं।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 12:17 PM (IST)Updated: Thu, 23 Apr 2020 09:43 AM (IST)
Sholay के रीमेक की इजाज़त एक शर्त पर दे सकते हैं रमेश सिप्पी, जानिए क्या है वो मुश्किल शर्त
Sholay के रीमेक की इजाज़त एक शर्त पर दे सकते हैं रमेश सिप्पी, जानिए क्या है वो मुश्किल शर्त

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड में इन दिनों रीमेक फ़िल्मों का चलन ज़ोरों पर है। दक्षिण भारतीय फ़िल्मों से लेकर पुरानी हिंदी फ़िल्मों को नये तरीक़े से दर्शकों के सामने परोसा जा रहा है। हालांकि, रीमेक्स को लेकर अक्सर आलोचनाएं भी होने लगती हैं। कुछ लोग क्लासिक फ़िल्मों के रीमेक के ख़िलाफ़ बोलते रहे हैं। 1975 में आयी कल्ट क्लासिक फ़िल्म शोले के रीमेक को लेकर रमेश सिप्पी ने अब अपनी बात रखी है। 

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आईएएनएस से बातचीत में सिप्पा ने कहा- मैं शोले के रीमेक को लेकर बहुत उत्साहित नहीं हूं, जब तक कि कोई इसे बिल्कुल अलग अंदाज़ में पेश करने के बारे में सोच सके। अन्यथा, शोले को मैं रीमेक नहीं करना चाहूंगा। इसका यह मतलब नहीं कि मैं रीमेक के ख़िलाफ़ हूं। कई फ़िल्मों को बड़ी ख़ूबसूरती के साथ रीमेक किया गया है। किसी फ़िल्म की दुनिया को आप कैसे दोबारा रचते हो, यह अधिक मायने रखता है। 

बताते चलें कि 2007 में राम गोपाल वर्मा ने शोले को राम गोपाल वर्मा की आग के नाम से रीमेक किया था, जो बहुत बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी। इस फ़िल्म को कटु आलोचनाओं का शिकार भी होने पड़ा था। ख़ास बात यह है कि फ़िल्म में अमिताभ बच्चन, अजय देवगन जैसे सितारे मुख्य भूमिकाओं में थे। 

ओरिजिनल शोले की बात तो 15 अगस्त 1975 को रिलीज़ हुई फ़िल्म में धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, जया भादुड़ी, संजीव कुमार और गब्बर सिंह ने मुख्य भूमिकाएं निभायी थीं। इस फ़िल्म का एक-एक किरदार आज भी ज़हन में ताज़ा है। जेलर बने असरानी हों या सूरमा भोपाली के किरदार में जगदीप का कैमियो, शोले के फैंस आज भी नहीं भूले हैं। 

रमेश सिप्पी के मुताबिक़, इतनी बड़ी स्टारकास्ट के साथ हाई ओक्टेन दृश्यों वाली फ़िल्म को मैनेज करना उस वक़्त बड़ी चुनौती थी। सिप्पी कहते हैं- मुझे ख़ुशी है कि हमारी कोशिश बेकार नहीं गयी। 45 साल बाद भी फ़िल्म को लोगों का प्यार मिलता है। 

सिप्पा ने शोले के अलावा अंदाज़, सीता और गीता, शान, शक्ति और सागर जैसी माइलस्टोन फ़िल्में भी बनाई हैं। छोटे पर्दे पर उन्हें बुनियाद जैसे कालजयी धारावाहिक के लिए जाना जाता है, जो कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान दूरदर्शन पर फिर से प्रसारित किया जा रहा है। (Photo- Mid Day)


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