कश्मीरी पंडितों का दर्द बेचने के इल्ज़ामों पर भड़के विधु विनोद चोपड़ा, आलोचकों को दिया करारा जवाब
Vidhu Vinod Chopra Furious on Shikara Allegations शिकारा 7 फरवरी को रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म रिलीज़ होने के बाद इसके तमाम लोगों ने सराहा तो कुछ ने फ़िल्म को लेकर आपत्ति भी जताई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। फ़िल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म शिकारा को लेकर इन दिनों काफ़ी बातें की जा रही हैं। कुछ लोगों ने फ़िल्म को लेकर नाख़ुशी और आपत्ति ज़ाहिर की है। सोशल मीडिया के ज़रिए ऐसे दावे किये जा रहे हैं कि फ़िल्म कश्मीरी पंडितों के निष्कासन के दर्द को ईमानदारी से नहीं दिखाती है। ऐसी तमाम आलोचनाओं का विधु विनोद चोपड़ा ने करारा जवाब दिया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने विधु विनोद चोपड़ा के बयान को ट्वीट किया, जिसमें विधु ने कहा है- 3 ईडियट्स ने पहले दिन 33 करोड़ कमाये थे और हम जानते थे कि शिकारा पहले दिन 30 लाख रुपये कमाएगी। मैं अपनी मां की याद में ऐसी फ़िल्म बनाता हूं जो पहले दिन 30 लाख रुपये का कलेक्शन करती है और लोग कहते हैं कि मैंने कश्मीरी पंडितों के दर्द का व्यावसायिकरण करने किया है। ऐसे लोग गधे हैं।
Vidhu Vinod Chopra: 3 Idiots earned 33 crores on first day&we knew first day of #Shikara will be 30 lakh. I make a film in the memory of my mother for 30 lakh collection on first day&some people say I commercialised pain of Kashmiri Pandits. These people are donkeys. (11.2.20) pic.twitter.com/6X7O3otvqf— ANI (@ANI) February 13, 2020
विधु विनोद चोपड़ा ने 9 फरवरी को सोशल मीडिया में एक खुला खत लिखकर भी अपनी बात रखी थी। देश के नौजवानों के नाम लिखे इस लेटर में उन्होंने कहा था कि शिकारा को लेकर हुई हाल की घटनाओं ने मुझे परेशान कर दिया है। मैं ख़ुद एक भुक्तभोगी कश्मीरी हूं। कश्मीर में मेरा घर तबाह कर दिया गया था और मेरे परिजनों पर हमले हुए थे। विधु ने इस इमोशनल लेटर में बताया कि उनकी मां एक सूटकेस लेकर उनकी फ़िल्म परिंदा की स्क्रीनिंग के लिए मुंबई आयी थीं। लेकिन घर नहीं लौट सकीं। वनवास में ही उनका निधन हो गया। विधु ने आगे लिखा कि यह बेवकूफ़ाना इल्ज़ाम है कि मैंने कश्मीरी पंडितों के विषय का व्यावसायिकरण किया है। अगर पैसा ही कमाना होता तो मैं मुन्नाभाई 3 या 3 ईडियट्स का सीक्वल बनाता।
बता दें कि शिकारा 7 फरवरी को रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म रिलीज़ होने के बाद इसके तमाम लोगों ने सराहा तो कुछ ने फ़िल्म को लेकर आपत्ति भी जताई थी। उनका मानना है कि फ़िल्म में कई ऐसे तथ्यों को नहीं दिखाया गया है जो कश्मीरी पंडितों के निष्कासन के दर्द को सही से दिखाते हैं। सोशल मीडिया में एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान एक महिला रोते और चीखते हुए फ़िल्म की आलोचना करते दिखती है। रिलीज़ के वक़्त फ़िल्म को बॉयकॉट करने की मुहिम भी सोशल मीडिया में चलाई गयी थी।
Look how a kashmiri Pandit reacted after watching #Shikara
Just boycott this movie. pic.twitter.com/kp1ehsnz6M— Sushma Singh (@SushmaAnand89) February 7, 2020
Watched #Shikara.
It has secularised the #HinduGenocide in #Kashmir and romanticised it for the mega bucks it will make.
Our homes and murders are a mere prop in this story.
Massacres, rapes and vandalised temples must've been too gory to qualify for even a prop, in a love story.— Sushil Pandit SAVARKAR🇮🇳. (@neelakantha) February 7, 2020
Why has the tagline of #Shikara been changed from 'The Untold Story of Kashmiri Pandits' to 'A Timeless Love Story in the Worst of Times'? pic.twitter.com/Lf028kVQIZ— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) February 7, 2020
अगर शिकारा के बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन की बात करें तो ट्रेड विश्लेषक तरण आदर्श के ट्वीट के अनुसार, फ़िल्म ने 1.20 करोड़ की ओपनिंग ली थी। शनिवार को दूसरे दिन फ़िल्म को 1.85 करोड़ मिले थे। वहीं रविवार को फ़िल्म ने 1.90 करोड़ का कलेक्शन किया था। ओपनिंग वीकेंड में शिकारा ने 4.95 करोड़ का कलेक्शन किया था।
#Shikara witnesses growth, but the 3-day total is low... Should’ve doubled its Day 1 number on Day 3... Needs to stay strong on weekdays - in Day 1 range or thereabouts - to score a respectable Week 1 total... Fri 1.20 cr, Sat 1.85 cr, Sun 1.90 cr. Total: ₹ 4.95 cr. #India biz.— taran adarsh (@taran_adarsh) February 10, 2020
शिकारा में आदिल ख़ान और सादिया ने मुख्य किरदार निभाये हैं, जो कश्मीरी पंडितों के हैं। फ़िल्म की कहानी नब्बे के दौर में कश्मीरी पंडितों के जबरन विस्थापन और पलायन की घटना पर आधारित है, जो भारतीय इतिहास की एक बड़ी त्रासदी के रूप में देखी जाती है।
More than 4,00,000 Kashmiri Pandits lost their homes and became refugees in their own country. Three decades later, watch their story unfold. #Shikara trailer out nowhttps://t.co/cQtN7uhtqB" rel="nofollow#Shikara #VidhuVinodChopra #ShikaraTrailer@arrahman @foxstarhindi— Vidhu Vinod Chopra Films (@VVCFilms) January 7, 2020