Saroj Khan Biopic: सरोज खान की बेटी चाहती है, मां की बायोपिक में श्रीदेवी का रोल मिले जान्हवी कपूर को
Saroj Khan Biopic रेमो अभी भी सुकैना के पास फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर नहीं गए हैं। इस बारे में वह कहती है स्वाभाविक रूप से उन्हें मेरी अनुमति की आवश्यकता होगी। यह मेरी मां की बायोपिक है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
नई दिल्ली, जेएनएनl कोरियोग्राफर से निर्देशक बने रेमो डीसूज़ा ने दिवंगत सरोज खान पर एक बायोपिक बनाने का निर्णय लिया है। स्वाभाविक रूप से माधुरी दीक्षित ही सरोज खान की भूमिका निभाएंगी क्योंकि माधुरी के डांस मूव्स का श्रेय सरोज खान को ही जाता है लेकिन स्वाभाविक रूप से श्रीदेवी की भूमिका निभाने वाला भी कोई होना चाहिए क्योंकि सरोज खान ने उनके साथ भी बहुत काम किया था।
सरोज खान की बेटी सुकैना का कहना है, 'अगर माधुरी फिल्म में नहीं होती तो मैं बहुत निराश होती लेकिन श्रीदेवी की भूमिका उनकी बेटी जान्हवी को मिलनी चाहिए क्योंकि वह मां श्रीदेवी जैसी ही हैं।' उन्होंने यह भी कहा, 'कहानी में तीन से चार एक्ट्रेस होंगी, जो अलग-अलग एज ग्रुप की होंगीl जो मेरी मां के साथ अपनी जर्नी को दर्शाएंगी। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हाल के दिनों में मेरी मां ने अनन्या पांडे, सारा अली खान और तारा सुतारिया के साथ भी काम किया था।'
View this post on Instagram
हालांकि रेमो अभी भी सुकैना के पास फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर नहीं गए हैं। इस बारे में वह कहती है, 'स्वाभाविक रूप से, उन्हें मेरी अनुमति की आवश्यकता होगी। यह मेरी मां की बायोपिक है। फिलहाल रेमो अस्वस्थ हैं और ठीक हो रहे हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। मुझे फिल्म के लिए अपनी सहमति देनी है, क्योंकि मैं भी यह चाहती हूं। सेल्यूलाइड पर मेरी मां के जीवन को उनके हर पहलू को देखने के मिले।'
View this post on Instagram
सुकैना आगे कहती है, ' अगर भोजन समय पर तैयार नहीं होता है, तो मां को गुस्सा आता थाl क्या आप जानते है कि वह अपनी दो पोतियों की देखभाल करती थी, जब उनकी बड़ी बेटी की 39 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी। उनके पिता की ओर से कोई भी उनकी देखभाल करने के लिए आगे नहीं आया था।' सुकैना आगे कहती है, 'हां, रेमो ने एक बार मां पर एक बायोपिक बनाने के विचार पर चर्चा की थी जब उन्होंने 'तबाह हो गए' पर एक साथ काम किया था, लेकिन उसके बाद मैंने रेमो से फिल्म के बारे में कुछ भी नहीं सुना लेकिन हां मैं उनसे कब्रिस्तान में मिली थी, जब वह मेरी मां को अंतिम बिदाई देने आए थे।'