तो सलमान एक्टर नहीं फिल्मों में ये काम करना चाहते थे, मगर फिर...
सलमान खान के होम प्रोडक्शन में बनी फिल्म नोटबुक 29 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। सलमान खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ''बीवी हो तो ऐसी'' से की थी. लेकिन फिर वह ''मैंने प्यार किया'' से लीड किरदार के रूप में लांच हुए थे. सलमान खान के बारे में यह राज कम लोग ही जानते होंगे कि दरअसल, सलमान खान को हिंदी फिल्मों की दुनिया में निर्देशक के रूप में आना था. वह हीरो बनने के ख्याल से नहीं आये थे. वह अपने पिता की तरह ही निर्देशक और लेखक बनना चाहते थे.
हाल ही में जागरण डॉट कॉम से हुई बातचीत के दौरान सलमान ने यह राज खोला. उन्होंने खुद स्वीकारा कि वह हमेशा से निर्देशक बनना चाहते थे. शुरुआती दौर में उन्होंने कोशिशें भी की. लेकिन फिर सलमान कहते हैं कि अच्छा हुआ कि मैं निर्देशक नहीं बना. सलमान खान हालांकि फिल्मों की राइटिंग में अब भी दिलचस्पी लेते हैं. वीर की स्क्रिप्ट उन्होंने लिखी है. सलमान खान अपने होम प्रोडक्शन की फिल्में जब भी बनाते हैं, तो अपने पिता सलीम खान से जरूर बातचीत करते हैं. वहीं सलमान खान ने यह भी राज खोला कि सुभाष घई उनके पास जब युवराज लेकर आये थे. उस वक्त सलमान खान की चाहत थी कि वह हीरो फिल्म बनाये. लेकिन सुभाष ने युवराज में ही अभिनय करने को कहा. फिर बाद में सलमान ने वहीं फिल्म सूरज और अथिया को लेकर बनाई.
सलमान ने यह भी बताया कि नोटबुक भी पहले उन्हें ऑफर हुई थी. उन्हें पसंद भी आयी थी. लेकिन उन्हें ऐसा लगा कि वह इस फिल्म की कहानी में फिट नहीं बैठेंगे, इसलिए उन्होंने सही कास्टिंग का इंतजार किया. बता दें कि नोटबुक फिल्म 29 मार्च को रिलीज हो रही है.