सैफ की बचपन में हुई है खूब धुनाई, पापा हानिकारक बापू से कम नहीं थे
सैफ अली खान की फिल्म कालाकांडी इस शुक्रवार को रिलीज़ होने वाली है और उसके बाद वो फिल्म बाज़ार में भी नज़र आयेंगे।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। सैफ अली खान शायद ही खुद यह चाहेंगे कि कभी अगर उनके बेटे तैमूर शरारतें करें तो वह उनकी पिटाई करेंगे। लेकिन जब सैफ छोटे थे तो उस वक्त उनके पिता नवाब मंसूर अली खान पटौदी अपने बच्चों को सिखाने और समझाने के लिए कई बार सख्त हो जाया करते थे।
फिल्म दंगल फिल्म का गाना हानिकारक बापू उस दौर के सैफ़ के पिता पर फिट बैठता था। खुद सैफ अली खान ने बताया कि पिता नवाब पटौदी सख्त पिता थे। कई बार अगर वह किसी बात के लिए जिद कर देते थे तो है सैफ की खूब धुनाई होती थी। मंसूर अली खान पटौदी बेल्ट से मारा करते थे। सैफ को लगता है कि वह बचपन में काफी शरारती थे चूंकि उनकी मां शर्मिला भी उन्हें यही बातें कहती हैं कि वह सोहा और उनकी बहन से अधिक शरारतें किया करते थे और सैफ को पूरी उम्मीद है कि तैमूर इतने शैतान नहीं होने वाले हैं। साथ ही सैफ ने यह भी बताया कि भले ही वह पढ़ाई में अच्छे न रहे हों लेकिन उन्हें किताबें पढ़ने का शौक हमेशा से रहा है। भले ही उन्होंने पढ़ाई पर उस कदर ध्यान नहीं दिया लेकिन वह अपने बाकी सारे बच्चों को यही समझाते हैं कि पहले पढ़ाई पूरी कर लें, फिर वह किसी भी क्षेत्र में आने के बारे में सोचें। सैफ यह भी मानते हैं कि सोहा पढ़ाई में अच्छी रही हैं। खासतौर से उनकी हिस्ट्री में काफी दिलचस्पी रही है और परिवार में सबसे अच्छी अंगरेजी भी उन्हीं की है। यह बात न सिर्फ वह खुद मानते हैं, बल्कि उनकी मां शर्मिला भी स्वीकारती हैं।
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सैफ अली खान की फिल्म कालाकांडी इस शुक्रवार को रिलीज़ होने वाली है और उसके बाद वो फिल्म बाज़ार में भी नज़र आयेंगे।