ऋषि कपूर ने खुल्लम खुल्ला कहा कि हां पी है दाऊद इब्राहिम के साथ चाय!
ऋषि- दाऊद सफेद रंग की शानदार इटैलियन ड्रेस में आया और माफी मांगने के अंदाज में कहा,'मैंने आपको चाय के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि मैं शराब नहीं पीता।'
मुंबई। 62 वें फिल्मफेयर अवार्ड में शनिवार रात तमाम विनर्स की लिस्ट सामने आयी। ऋषि कपूर ने भी फ़िल्म कपूर एन्ड सन्स के लिए बेस्ट एक्टर इन सपोर्टिंग रोल मेल का अवार्ड जीता। ज़ाहिर है, वो ख़बरों में होंगे। पर, आज वो अवार्ड जीतने के लिए नहीं बल्कि अपनी आत्मकथा 'खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अन्सेन्सर्ड' के लिए ज़्यादा चर्चा में हैं। उन्होंने इस किताब में डॉन दाऊद इब्राहिम से उनकी मुलाकात और चाय पीने की बाबत विस्तार से लिखा है।
एक तरफ जहां करण जौहर भी अपनी किताब 'एन अनसूटेबल बॉय' के लिए चर्चा में हैं तो अब लगता है बारी ऋषि कपूर की है। ऋषि कपूर ने अपनी किताब में दाऊद इब्राहिम से उनकी मुलाकात पर लिखा है कि- "शोहरत ने मुझे अच्छे लोगों के साथ ही संदिग्ध लोगों से भी मिलवाया। इनमें से एक था दाऊद इब्राहिम। यह साल 1988 की बात है। मैं अपने करीबी दोस्त बिट्टू आनंद के साथ आशा भोंसले और आरडी बर्मन के प्रोग्राम में शामिल होने दुबई आया था। दाऊद का एक आदमी हमेशा एयरपोर्ट पर रहता था। जब मैं वहां से जा रहा था तभी एक अजनबी मेरे पास आया। उसने मुझे फोन दिया और कहा, दाऊद साब बात करेंगे। जाहिर है, यह 1993 के मुंबई ब्लास्ट से पहले की घटना थी और उस वक्त मैं दाऊद को भगोड़ा नहीं समझता था। तब तक वह महाराष्ट्र के लोगों का दुश्मन भी नहीं था। या कम से मुझे ऐसा लगता था। दाऊद ने मेरा स्वागत किया और कहा,'किसी भी चीज की जरूरत हो तो बस मुझे बता दें।' उसने मुझे अपने घर भी बुलाया। मैं भौंचक्का था।"
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आगे ऋषि कपूर लिखते हैं कि- "बाद में मुझे एक लड़के से मिलवाया गया जो ब्रिटिश जैसा दिखता था। वह दाऊद का राइट हैंड था। उसने मुझसे कहा,'दाऊद साब आपके साथ चाय पीना चाहते हैं।' मुझे इसमें कोई बुराई नजर नहीं आई और मैंने न्योता स्वीकार कर लिया। उस शाम मुझे और बिट्टू को हमारे होटल से एक चमकती हुई रोल्स रॉयस में ले जाया गया। रास्ते में हमें अहसास हुआ कि हमारी कार सर्कल में जा रही है, इसलिए मैं उसके घर की सही लोकेशन नहीं बता सकता। दाऊद सफेद रंग की शानदार इटैलियन ड्रेस में आया और उसने गर्मजोशी के साथ हमारा स्वागत किया। उसने माफी मांगने के अंदाज में कहा,'मैंने आपको चाय के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि मैं शराब नहीं पीता।' फिर हमारा चाय-बिस्किट सेशन तकरीबन चार घंटे तक चला। उसने बहुत सी चीजों के बारे में बात की, अपनी कुछ आपराधिक गतिविधियों के बारे में भी, जिनके लिए उसे कोई पछतावा नहीं था।"Tirupati. With friends Subba Rao and Jairam this afternoon. Presented my first copy to the Lord. Feel Blessed! pic.twitter.com/X0g3W8KVd9
— Rishi Kapoor -"Book" (@chintskap) January 15, 2017
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ज़ाहिर है ऋषि कपूर दाऊद इब्राहिम से उनकी मुलाकात के बहाने अपनी किताब का बखूबी प्रचार भी करना चाहते हैं। आम तौर पर किताबों को पॉपुलर करने के लिए वो सब मसाला डालने का रिवाज़ है जो बिक सकता है।