बैन शब्दों की लिस्ट: सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष ने किया बचाव
सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने बोर्ड की तरफ से आपत्तिजनक शब्दों और गालियों पर लगाए गए बैन का बचाव करते हुए कहा है कि अगर किसी को भी बोर्ड के फैसले से आपत्ति है तो वो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दरवाजा खटखटा सकता है। बोर्ड के सदस्य
मुंबई। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने बोर्ड की तरफ से आपत्तिजनक शब्दों और गालियों पर लगाए गए बैन का बचाव करते हुए कहा है कि अगर किसी को भी बोर्ड के फैसले से आपत्ति है तो वो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दरवाजा खटखटा सकता है।
सेंसर बोर्ड ने अपशब्दों पर लगाया बैन, जारी की लिस्ट
बोर्ड के सदस्य अशोक पंडित ने निहलानी की आलोचना की थी। पंडित ने ट्वीट करके कहा था कि बैन किए गए शब्दों की लिस्ट तैयार करने से पहले बोर्ड के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श नहीं किया गया था।
माफिया डॉन दाऊद पर फिल्म बना रहे अशोक पंडित ने ट्विटर पर कहा कि बैन किए गए शब्दों की लिस्ट भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड का सदस्य होने के बावजूद उनसे परामर्श नहीं लिया गया था।
अशोक पंडित ने करण जौहर पर की अश्लील टिप्पणी, मचा बवाल
निहलानी ने कहा कि उन शब्दों की लिस्ट बनाई गई है जिन्हें आम तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, 'मैंने इन शब्दों को नहीं बनाया है। मेरे ऑफिस से मुझे ये लिस्ट मिली और इसे हम सबको सर्कुलेट किया गया। ये मीडिया के लिए नहीं थी। ये पब्लिक करने के लिए नहीं थी। ये उन्हें दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए दी गई थी।'
निहलानी ने आगे कहा, 'मैं सिर्फ दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा हूं। मैं खुद कुछ नहीं कर रहा। अगर इंडस्ट्री के लोगों को परेशानी है, तो उन्हें मंत्रालय जाकर स्वीकृति लेनी चाहिए। मैं इसका पालन करूंगा।'
बोर्ड की तरफ से तैयार की गई इस लिस्ट में करीब 28 ऐसे आपत्तिजनक शब्द हैं जिनपर फिल्मों में बैन लगाया गया है। इस लिस्ट के सामने आने के बाद से बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं में नाराजगी है।
उप्र सरकार ने सेंसर बोर्ड को कहा-फिल्मों में न दिखाए जाएं स्टंट सीन