Move to Jagran APP

Rhea Chakraborty ने झूठा दावा करने वाली पड़ोसी के ख़िलाफ़ की शिकायत, सपोर्ट में आये रितेश देशमुख

Rhea Chakraborty ने सीबीआई की स्पेशल टीम की मुखिया नूपुर शर्मा को लिखे ख़त में कहा कि उनकी पड़ोसी ने झूठा दावा किया था कि 13 जून को सुशांत उन्हें ड्रॉप करने उनके घर आये थे। 14 जून को सुशांत का मृत शरीर उनके बांद्रा स्थित घर पर मिला था।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 11:19 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 12:13 PM (IST)
Rhea Chakraborty ने झूठा दावा करने वाली पड़ोसी के ख़िलाफ़ की शिकायत, सपोर्ट में आये रितेश देशमुख
रितेश देशमुख, रिया चक्रवर्ती। (Photo- Mid-Day, Instagram)

नई दिल्ली, जेएनएन। सुशांत सिंह राजपूत केस से निकले ड्रग केस में रिया चक्रवर्ती को बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिल गयी है। रिया ने अब ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने का बीड़ा उठाया है, जिन्होंने केस की जांच के दौरान बिना किसी आधार के बयानबाज़ी की। रिया ने सीबीआई से गुज़ारिश की कि उनकी उस पड़ोसी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें, जिन्होंने मीडिया को झूठा स्टेटमेंट देकर केस की दिशा भटकाने की कोशिश की थी। रिया को रितेश देशमुख ने सपोर्ट किया है। 

loksabha election banner

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई की स्पेशल टीम की मुखिया नूपुर शर्मा को लिखे ख़त में रिया ने कहा कि उनकी पड़ोसी डिम्पल थवानी ने झूठा दावा किया था कि 13 जून को सुशांत, रिया को ड्रॉप करने उनके घर आये थे। 14 जून को सुशांत का मृत शरीर उनके घर पर मिला था। रिया ने अपना लेटर वकील सतीश मानशिंदे के ज़रिए सीबीआई को दिया है। लेटर में आगे कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या ऐसे मामले भारतीय दंड़ संहिता की धारा 203 (किसी कथित अपराध को लेकर ग़लत सूचना देना) और 211 (अपराध का झूठ आरोप) के तहत दंडनीय होते हैं, जिसमें 7 साल तक की सज़ा हो सकती है। 

रिया के इस क़दम को रितेश देशमुख का साथ मिला। उन्होंने ट्वीट किया- तुम्हें और शक्ति मिले। सच से अधिक ताक़त किसी में नहीं होती।

बता दें कि रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के ख़िलाफ़ सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में रिपोर्ट दर्ज़ करवाई थी। रिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। बिहार सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सुशांत केस में वित्तीय गड़बड़ियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने की है। वहीं, ड्रग्स केस की जांच नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा की जा रही है। एनसीबी ने रिया को 8 सितम्बर को गिरफ़्तार किया था और 7 अक्टूबर को उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिली है। रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती भी एनसीबी की गिरफ़्त में हैं। हालांकि, शौविक की जमानत मंजूर नहीं हुई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.