कश्मीर में फिर बॉलीवुड की धमाकेदार एंट्री
'जब तक है जान' और 'यह जवानी है दीवानी' के बाद बॉलीवुड ने एक बार फिर कश्मीर में धमाकेदार एंट्री की है। इस बार रोमांस की जगह शेक्सपियर के मशहूर नाटक 'हैमलेट' पर आधारित फिल्म 'हैदर' में कश्मीर के हालात को दिखाया जाएगा। फिल्म में हैदर की भूमिका में नजर आएंगे अभिनेता शाहिद कपूर और अभिनेत्री
जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। 'जब तक है जान' और 'यह जवानी है दीवानी' के बाद बॉलीवुड ने एक बार फिर कश्मीर में धमाकेदार एंट्री की है। इस बार रोमांस की जगह शेक्सपियर के मशहूर नाटक 'हैमलेट' पर आधारित फिल्म 'हैदर' में कश्मीर के हालात को दिखाया जाएगा। फिल्म में हैदर की भूमिका में नजर आएंगे अभिनेता शाहिद कपूर और अभिनेत्री होंगी शक्ति कपूर की बेटी श्रद्धा कपूर।
शाहिद कपूर पर ऐसे पड़ी मौसम की मार
पहले दिन डल झील के भीतरी इलाके में शाहिद और श्रद्धा के बीच कुछ रुमानी दृश्य फिल्माए गए। फिल्म हैदर की खास बात यह है कि इसमें सिर्फ कश्मीर की मनमोहक घाटियां ही नजर नहीं आएंगी बल्कि शाहिद कपूर के बचपन की भूमिका कश्मीर के बाल कलाकार एनान निभाते नजर आएंगे। इसके अलावा कई स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया गया है। बॉलीवुड में हमेशा अपने प्रयोगों के लिए चर्चा में रहने वाले फिल्म निर्माता-निर्देशक विशाल भारद्वाज की यह कश्मीर में पहली फिल्म की शूटिंग है। उन्होंने गत सितंबर माह में करीब एक सप्ताह कश्मीर में हैदर की शूटिंग के लिए विभिन्न लोकेशन को तय करने में बिताया था। शेक्सपियर के मशहूर नाटक हैमलेट को ध्यान में रखते हुए हैदर की पटकथा तैयार की गई है और यह पूरी तरह कश्मीर की पृष्ठभूमि और यहां के हालात पर है।
श्रद्धा कपूर ने ली प्रियंका चोपड़ा की जगह
सुबह तड़के जब कड़ी सुरक्षा के बीच शाहिद और श्रद्धा के साथ फिल्म के अन्य कलाकार डल झील पर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों की भीड़ ने तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया। शाहिद और श्रद्धा ने भी कमरे की खिड़की से प्रशंसकों का अभिवादन किया। एक संक्षिप्त बातचीत में फिल्म के निर्माता-निर्देश विशाल भारद्वाज ने कहा कि मेरी पूरी फिल्म कश्मीर के नौजवानों, उनकी मनोदशा और यहां के हालात के ईद-गिर्द घूमती है। इसकी लगभग सारी शूटिंग कश्मीर में ही की जाएगी। अगले कुछ दिनों में हम पहलगाम में भी शूटिंग करने जाएंगे। जब उनका ध्यान रणबीर कपूर की फिल्म 'यह जवानी है दीवानी' में कश्मीर को हिमाचल दिखाए जाने से पैदा हुए विवाद की तरफ दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि मेरी पूरी फिल्म ही कश्मीर पर केंद्रित है। हम कश्मीर को पूरा क्रेडिट देंगे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी मेरी बातचीत हुई है।
बॉलीवुड के कश्मीर में फिर से लौटने से स्थानीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा या नहीं, यह बहस का विषय हो सकता है, लेकिन स्थानीय लोगों व दुकानदारों के लिए फिल्म सितारों की आमद मुश्किल लेकर आती है। डल झील के आस-पास बसे लोगों ने इस पर खुलकर एतराज भी जताया। मीना बाजार और आवकारीपोरा में शूटिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने स्थानीय लोगों और दुकानदारों की आवाजाही को रोके रखा। कई दुकानदार अपनी दुकान ही नहीं खोल पाए और कई लोग काम पर जाने के बजाय घर में ही रहे। स्थानीय दुकानदार इश्तियाक अहमद ने कहा कि सुरक्षाबलों ने सुबह ही पूरे इलाके को घेर लिया। हमें रोका गया और कहा गया कि सिर्फ एक घंटे की बात है, उसके बाद आप दुकान खोल लेना। लेकिन पूरा दिन बीत गया। एक स्थानीय युवक शफात अहमद ने कहा कि मेरे मुहल्ले में शूटिंग हो रही है और हमें ही रोका जा रहा है। यह कहां का इंसाफ है? हमारे साथ ऐसे व्यवहार किया जा रहा है कि जैसे हम दहशतगर्द हों।
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