फिल्म रिव्यू: रमैया वस्तावैया (1 स्टार)
सैंकड़ों बार ऐसी प्रेम कहानी हिंदी फिल्मों में आ चुकी है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की स्थापित हस्तियां अपनी संतानों को लांच करने के लिए प्रेम कहानियां ही चुनती हैं। इन प्रेम कहानियों का भी तय फार्मेट है। 'रमैया वस्तावैया' उसी फार्मेट में गिरीश कुमार को लांच करने के लिए बनी है।
मुंबई, (अजय ब्रह्मात्मज)।
प्रमुख कलाकार : गिरीश कुमार तौलानी, श्रुति हसन, सोनू सूद
निर्माता : प्रभुदेवा
निर्देशक : रमेश तौरानी, कुमार एस तौरानी
संगीत : जिगर, सचिन
स्टार : 1
मुंबई। सैंकड़ों बार ऐसी प्रेम कहानी हिंदी फिल्मों में आ चुकी है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की स्थापित हस्तियां अपनी संतानों को लांच करने के लिए प्रेम कहानियां ही चुनती हैं। इन प्रेम कहानियों का भी तय फार्मेट है। 'रमैया वस्तावैया' उसी फार्मेट में गिरीश कुमार को लांच करने के लिए बनी है।
'रमैया वस्तावैया' आरंभ से ही प्रभावित नहीं करती। आस्ट्रेलिया के राम और भारत के किसी गांव की सोना •ी यह प्रेम कहानी घिसे-पिटे दृश्यों और प्रसंगों की वजह से ऊब पैदा करती है। 'रांझणा' की कहानी पर छेड़खानी आदि का दोष मढ़ने वाले शहरी अंग्रेजी बुद्धिजीवियों को यह फिल्म अवश्य देखनी चाहिए। पता चलेगा कि प्रेम कहानी में छेड़खानी को कैसे कुछ निर्देशक सिर्फ मसाले के तौर इस्तेमाल करते हैं?
एक्शन फिल्मों की कामयाबी के बाद लव स्टोरी में हाथ आजमा रहे निर्देशक प्रभु देवा की यह कमजोर फिल्म है। निर्माता ने अवश्य कुछ अनुभवी कलाकारों को जुटा लिया है, लेकिन कहानी और किरदार के अभाव में वे भी फिल्म को बांधे नहीं रख पाते। नवोदित गिरीश कुमार 'रमैया वस्तावैया' में निराश करते हैं। श्रुति हसन बेहतरीन अभिनेत्री के तौर पर उभर रही हैं, लेकिन ऐसी फिल्में निगेटिव प्रभाव ही डालती हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर