Move to Jagran APP

Anand: 50 साल की हुई राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘आनंद’, डायलॉग आज भी हैं लोगों की जुबान पर

बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ‘आनंद’ को रिलीज हुए 50 साल हो गए हैं। लेकिन आज भी लोगों के दिलो-दिमाग से इस फिल्म का खुमार नहीं उतरा है। फिल्म के डायलॉग और गाने अब भी लोगों की जुबान पर रहते हैं।

By Nitin YadavEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 02:51 PM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 02:51 PM (IST)
Anand: 50 साल की हुई राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘आनंद’, डायलॉग आज भी हैं लोगों की जुबान पर
Rajesh Khanna and Amitabh Bachchan film 'Anand' completed 50 years. photo source @Wikipedia

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की सुपरहिट फिल्म ‘आनंद’ को रिलीज हुए 50 साल हो गए हैं। लेकिन आज भी लोगों के दिलो-दिमाग से इस फिल्म का खुमार नहीं उतरा है। फिल्म के डायलॉग और गाने अब भी लोगों की जुबान पर रहते हैं। ऋषिकेश मुखर्जी की इस फिल्म को 12 मार्च को साल 1971 में रिलीज किया गया था।

loksabha election banner

कुछ जानकारों की मानें तो फिल्म ‘आनंद’ के लिए डायरेक्टर की पहली पसंद राजेश खन्ना नहीं बल्कि किशोर कुमार थे। किशोर कुमार के मना करने के बाद निर्माताओं ने एक्टर महमूद से भी बात की, उन्होंने भी मना कर दिया। जिसके बाद निर्देशक ऋषिकेश ने राजेश खन्ना को लीड़ रोल के लिए फाइनल कर लिया। इस फिल्म में राजेश खन्ना ने आनंद सहगल का किरदार निभाया है। जो कैंसर से पीड़ित एक खुशमिजाज़ व्यक्ति होता है। तो वही अमिताभ बच्चन ने उनके दोस्त डॉक्टर भास्कर बनर्जी का रोल प्ले किया है। जो फिल्म में उनका इलाज करते हैं। फिल्म आनंद सहगल उन्हें बाबू मोशाय कहकर बुलाया करते थे।

Anand

फिल्म के बेहतरीन डायलॉग फिल्म राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की बेमिसाल एक्टिंग और बेहतरीन डायलॉग के लिए भी जानी जाती है। बता दें कि इस फिल्म के सभी डायलॉग को गुलजार ने लिखा है। जो आज भी लोगों के जेहन में मौजूद हैं। ‘बाबू मोशाय जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लंबी नहीं।’ ‘मौत तो एक पल है..।’ ‘आनंद मरा नहीं, आनंद मरते नहीं।’ ‘ये भी तो नहीं कह सकता कि मेरी उम्र तुझे लग जाए।’ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इसी फिल्म से सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को फिल्मी दुनिया में पहचान मिलना शुरू हुई।

एक फैन के कुछ सालों पहले ट्विटर पर एक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि साल 1971 में जिस दिन ये फिल्म रिलीज हुई थी उस दिन सुबह अमिताभ पेट्रोल पंप पर अपनी कार में पेट्रोल भरवाने गए थे, लेकिन तब उन्हें लोगों ने नहीं पहचाना और शाम को वो फिर से पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डलाने गए तो उन्हें लोगों ने पहचान लिया और उन्हें देखकर पंप पर काफी भीड़ हो गई थी। वहीं अभिनेता अमिताभ बच्चन ने इस ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, ‘ये सही बात है, एसवी रोड पर स्थित लारला पेट्रोल पंप पर ऐसा हुआ था।’

बता दें कि इस फिल्म को नेशनल अवॉर्ड के साथ-साथ बेस्ट एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट डायलॉग सहित करीब 6 अवॉर्ड हासिल किए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.