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ज़ीनत अमान को इस फ़िल्म के लिए राज कपूर ने दिए थे 'सोने के सिक्के'

नायक रूपा की आवाज़ की ख़ूबसूरती को उसके रूप से जोड़ लेता है और उसका दीवाना बन जाता है, लेकिन रूपा का दाग़दार चेहरा देखकर टूट जाता है।

By मनोज वशिष्ठEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 10:50 AM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 12:19 PM (IST)
ज़ीनत अमान को इस फ़िल्म के लिए राज कपूर ने दिए थे 'सोने के सिक्के'
ज़ीनत अमान को इस फ़िल्म के लिए राज कपूर ने दिए थे 'सोने के सिक्के'

मुंबई। 'सत्यम शिवम सुंदरम' हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक और ज़ीनत अमान के करियर की माइल स्टोन फ़िल्म मानी जाती है, मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फ़िल्म के लिए निर्माता-निर्देशक राज कपूर ने ज़ीनत को साइन करने के लिए चेक नहीं, बल्कि सोने के सिक्के दिए थे।

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1978 में रिलीज़ हुई सत्यम शिवम सुंदरम की में शशि कपूर ने लीड रोल निभाया था, जबकि ज़ीनत अमान फ़ीमेल लीड रूपा के रोल में थीं। नायक रूपा की आवाज़ की ख़ूबसूरती को उसके रूप से जोड़ लेता है और उसका दीवाना बन जाता है, लेकिन रूपा का दाग़दार चेहरा देखकर टूट जाता है। ज़ीनत को ये फ़िल्म कैसे मिली, इसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। टीवी शो 'माई लाइफ़ माई स्टोरी' में ज़ीनत ये कहानी बताती हैं कि कैसे रूपा बनने के लिए उन्होंने राज कपूर को कंविंस किया था।

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जिस वक़्त ज़ीनत राज कपूर के साथ वक़ील बाबू की शूटिंग कर रही थीं, वो सत्यम शिवम सुंदरम की स्क्रिप्ट लिख रहे थे। शूटिंग ब्रेक्स के दौरान राज कपूर ज़ीनत को फ़िल्म और रूपा के किरदार के बारे में बताते थे। इस किरदार को लेकर राज कपूर काफी उत्साहित थे। ज़ीनत के साथ वो ये भी डिस्कस करते थे, कि कुछ ख़ास परिस्थितियों में रूपा कैसे व्यवहार करेंगी। राज साहब का ये उत्साह देखकर रूपा के लिए ज़ीनत की उत्सुकता भी बढ़ने लगी थी। धीरे-धीरे ज़ीनत को लगने लगा कि उन्हें ही रूपा बनना है।

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एक दिन शूटिंग ख़त्म होने के बाद ज़ीनत ने तय किया कि वो रूपा बनकर दिखाएंगी। उन्होंने घाघरा-चोली पहना और जला हुए निशान दिखाने के लिए एक गाल पर टिशू पेपर लगा लिया। इसके बाद ज़ीनत राज कपूर से मिलने उनके ऑफ़िस गईं, मगर कोई उन्हें पहचान नहीं सका और दरवाज़े पर ही रोक दिया गया। ज़ीनत से पूछा गया कि वो कौन हैं? तो उन्होंने कहा, 'राज साहब से कहना रूपा आई है।'

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ज़ीनत को रूपा के रूप में देखकर राज कपूर भी दंग रहे गए और 'सत्यम शिवम सुंदरम' के लिए उन्हें फाइनल कर लिया। ज़ीनत बताती हैं- ''राज कपूर ने मेरी लगन की तारीफ़ की और सोने के सिक्के देकर मुझे फ़िल्म के लिए साइन कर लिया।''


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