Palghar Lynching: महाभारत की 'द्रौपदी' ने बताया, ... और मुझे भी 17-18 लोग रास्ते में पीटने लगे थे
Palghar Mob Lynching महाभारत में द्रौपदी का किरदार निभा चुकीं रुपा गांगुली ने बताया कि उनके साथ भी लिचिंग की घटना हो चुकी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर कई बॉलीवुड सेलेब्स भी कमेंट कर रहे हैं और इस घटना की निंदा कर रहे हैं। इसी क्रम में महाभारत में द्रौपदी का किरदार निभाने वाली रुपा गांगुली ने भी कमेंट किया है और उन्होंने इस घटना से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है। उन्होंने किस्सा शेयर करते हुए बताया कि एक दिन वो भी इस तरह भीड़ का शिकार हो गई थीं और उनके साथ भी मॉब लिचिंग की घटना हुई थी।
रास्ते में पीट रहे थे मुझे
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि एक बार 17-18 लोगों ने उन्हें गाड़ी से उतारकर पीटा था और उनकी गाड़ी भी तोड़ दी थी। इस किस्से के जरिए ही उन्होंने पालघर की घटना पर कमेंट करते हुए अफसोस जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया 'मुझे कुछ दिनों से याद आ रहा है... 22मई 2016 डायमंड हार्बर की एक घटना 17/18 लोग... पुलिस को साथ लेकर... मुझे गाड़ी से उतारकर रास्ते पे पटक पटक कर मारे थे, गाड़ी भी तोड़ दिए थे... दो ब्रैन हैम्रेज झेलने पड़े। बस, मैं मरी नहीं थी, रैली ड्राइवर हूं, निकल कर आ गई... पालघर के बारे में बहुत दुख हो रहा है।'
हे कृष्ण हे कृष्ण हे कृष्ण #महाभारत #Mahabharat pic.twitter.com/RE0TJSmek3— Roopa Ganguly (@RoopaSpeaks) April 20, 2020
चीरहरण का वीडियो भी किया पोस्ट
साथ ही रुपा गांगुली ने महाभारत में द्रौपदी चीर-हरण का वीडियो भी पोस्ट किया और लिखा- 'हे कृष्ण, हे कृष्ण, हे कृष्ण।' यह महाभारत का ही वीडियो, जिसमें द्रौपदी की भूमिका में रुपा गांगुली निभा रही हैं। दरअसल, द्रौपदी की घटना को भी इससे जोड़ने की कोशिश की गई है। बता दें कि पालघर गुरुवार रात एक गाड़ी में जा रहे तीन लोगों को रोका और फिर चोरी के शक में उन्हें खूब पीटा, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद फरहान अख्तर और अनुपम खेर समेत कई स्टार्स ने इस घटना की निंदा की। फरहान अख्तर ट्विटर पर लिखा, 'इस हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिसने पालघर में 3 लोगों की जान ले ली। भीड़तंत्र की समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए और मुझे आशा है कि हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है और न्याय भी जल्द से जल्द दिया जाएगा।' वहीं, अनुपम खेर ने लिखा, 'पालघर में तीन साधुओं की मॉब लिंचिंग होना काफी दुखी करने वाला और भयभीत करने वाला है। आखिर तक वीडियो नहीं देख पाया। ये क्या हो रहा है? ये क्यों हो रहा है। मानवता का जघन्य अपराध है ये।'