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संजय लीला भंसाली की नेटफ्लिक्स सीरीज़ 'हीरा मंडी' से क्यों तिलमिलाए हैं पाकिस्तानी सेलेब्स, पढ़ें यह रिपोर्ट

हीरामंडी लाहौर का एक रेड लाइट एरिया है और यह वेब सीरीज़ यहां रहने वाली तवायफ़ों (Courtesan) के जीवन पर आधारित है। हीरामंडी संजय लीला भंसाली का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस सीरीज़ के एलान के बाद से ही पाकिस्तान के सेलेब्स इसको लेकर सोशल मीडिया में नाराज़गी जता रहे हैं।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 03:33 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 04:43 PM (IST)
संजय लीला भंसाली की नेटफ्लिक्स सीरीज़ 'हीरा मंडी' से क्यों तिलमिलाए हैं पाकिस्तानी सेलेब्स, पढ़ें यह रिपोर्ट
Sanjay Leela Bhansali and Ushna Shah. Photo- Mid-Day and Ushna's Instagram

नई दिल्ली, जेएनएन। संजय लीला भंसाली ने कुछ वक़्त पहले एक वेब सीरीज़ हीरामंडी का एलान किया था, जिसका निर्माण नेटफ्लिक्स के लिए किया जा रहा है। मगर, इस सीरीज़ ने पाकिस्तान के कुछ सेलेब्स को नाराज़ कर दिया है। हीरामंडी लाहौर का एक रेड लाइट एरिया है और यह वेब सीरीज़ यहां रहने वाली तवायफ़ों (Courtesan) के जीवन पर आधारित है। हीरामंडी संजय लीला भंसाली का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस सीरीज़ के एलान के बाद से ही पाकिस्तान के सेलेब्स इसको लेकर सोशल मीडिया में अपनी बात रख रहे हैं। 

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हीरामंडी पीरियड वेब सीरीज़ है, जिसकी कहानी आज़ादी से पहले के भारत में स्थापित है यानी उस दौर में जब पाकिस्तान अलग नहीं हुआ था और लाहौर भी भारत का हिस्सा था। पाकिस्तानी सेलेब्स को दिक्कत इसी बात से है कि पाकिस्तान में मौजूद ऐतिहासिक विरासत को वहां की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री क्यों एक्सप्लोर नहीं कर रही।पाकिस्तानी एक्ट्रेस उशना शाह ने इसको लेकर कई ट्वीट्स किये।

पहला ट्वीट उन्होंने 27 सितम्बर को किया था, जिसमें उशना ने कहा- सांस्कृतिक मेलजोल एक बात है, लेकिन यह एक तरह से हथियाना हुआ। जो चीज़ हमारी है, उसकी नकल करने से प्रोजेक्ट की विश्वसनीयता चली जाएगी। भारत के पास फ़िल्म बनाने के लिए समृद्ध संस्कृति और इतिहास की भरमार है। यह उनके लिए नहीं है।

इसके बाद 30 सितम्बर को उशना ने फिर दो ट्वीट्स किये, जिनमें उन्होंने पाकिस्तानी इंडस्ट्री पर निशाना साधते हुए लिखा- पाकिस्तान ने आज तक एक भी नेटफ्लिक्स ओरिजिनल नहीं बनायी है। हीरामंडी आज के लाहौर का अंदरूनी हिस्सा है। जैसा कि मैंने पहले कहा कि भारत के पास समृद्ध संस्कृति और इतिहास की भरमार है, जिस पर फ़िल्म बना सकते हैं। आज ज़्यादातर मुगल संस्कृति पाकिस्तान और यहां की भाषा का हिस्सा है। हमें इसकी ज़रूरत है।

साथ ही मैं यहां अनुमति लेने की बात नहीं कर रही हूं। बनाने को को वो लोग (भारतीय फ़िल्ममेकर्स) कुछ भी बना सकते हैं, आख़िरकार कभी यह भारत ही तो था। लेकिन, इतिहास का थोड़ा-बहुत हिस्सा पाकिस्तानी संस्कृति, भाषा और शहर से जुड़ा है, उसे भी भारत वाले ले जाएंगे पाकिस्तान ऐतिहासिक फ़िल्में कैसे बनाएगा?

नेटफ्लिक्स ने कुछ दिन पहले एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें भंसाली हीरामंडी के बारे में बताते हैं कि यह आज़ादी से पहले के नर्तकियों की कहानी कहती है। उन्होंने संगीत, कविता और नृत्य को ज़िंदा रखा था। कोठों के बीच होने वाली सियासत भी इसका हिस्सा होगी। यह मुश्किल है, लेकिन हमें उम्मीद है कि हम इसमें कामयाब होंगे।

उशना के अलावा पाकिस्तानी एक्ट्रेस मंशा पाशा और पाकिस्तान होस्ट एक्टर यासिर हुसैन ने भी हीरामंडी को लेकर आपत्ति जतायी थी। 


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