स्ट्रगल करते वक्त भी नवाज़ुद्दीन ने कमाया ऐसा ‘धन’ कि 100 साल तक खत्म नहीं होगा
नवाज़ कहते हैं कि जब मैं स्ट्रगल कर रहा था तो मैं हर तरह का अनुभव कर चुका हूं. मुझे तो ख़ुशी है कि मैं मुंबई के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हूं.
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी लगातार फिल्मों का हिस्सा बन रहे हैं. उनकी फिल्में एक के बाद एक दर्शकों के सामने आ रही हैं. ऐसे में क्या नवाज को हद से अधिक दिखने और ओवर एक्सपोज्ड होने का डर नहीं है?
इस सवाल के जवाब में नवाज ने अपनी बातचीत में कहा कि मैं थियेटर से आया हूं. लगभग 200 से भी अधिक किरदार कर चुका हूं. 200 प्ले किये हैं. नवाज कहते हैं कि जब मेरे पास काम नहीं था तो दस सालों तक मैंने तीन हजार लोगों से भी अधिक लोगों को ओब्ज़र्व किया है. तो यही वजह है कि मुझे आने वाले 100 साल भी अभिनय करने का मौका मिलेगा तो मैं खर्च नहीं हो पाऊंगा. चूंकि काम नहीं रहने पर बहुत अनुभव किया है और वहीं आगे के कई सालों तक काम आने वाला है. मसाला बहुत है मेरे पास. नवाज़ कहते हैं कि जब मैं स्ट्रगल कर रहा था तो मैं हर तरह का अनुभव कर चुका हूं. मुझे तो ख़ुशी है कि मैं मुंबई के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हूं. मैं रईस बाप का बेटा तो था नहीं कि मुझे अपने ही शहर के बारे में कुछ पता नहीं हो.
नवाज़ कहते हैं कि उनके पास जब काम नहीं होता था, उस वक़्त का इस्तेमाल इस तरह किया कि उन्होंने हर तरह के लोगों की जिंदगी को करीब से देखा और महसूस किया और अब जब भी वह अभिनय करते हैं कि इन अनुभवों को आधार बनाते हैं. बता दें कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी की आने वाली फिल्में हैं बोले चूड़ियां, मोतीचूर चकनाचूर और रोम रोम में हैं.
नवाज़ और सान्या मल्होत्रा की फिल्म फोटोग्राफ़ 15 मार्च को आने वाली है l कहानी पर्यटकों के फोटो खींचने वाले एक आदमी और एक लड़की की है जो मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर एक दूसरे से टकराते हैं और फिर उन्हें प्यार हो जाता है। कहानी में दादी की भी भूमिका अहम् होती है, जो जीवन के अलग अलग रंग के जरिये ख़ुशियाँ देने की कोशिश करती है और नवाज़ व सान्या का किरदार कैमरे के जरिये सारे इमोशंस को समेट लेते हैं । पिछले दिनों इस फिल्म की मुंबई में समंदर किनारे शूटिंग हुई थी।
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