Exclusive: अनुराग कश्यप के सामने मत जोड़ना कोई कनेक्शन, मुक्काबाज स्टार ने खोला राज
मुक्काबाज को लेकर यह बिल्कुल स्पष्ट था कि चूंकि विनीत ने कहानी खुद लिखी है तो वह खुद ही श्रवण का किरदार निभाना चाहते थे।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अनुराग कश्यप की फिल्म मुक्काबाज 12 जनवरी को रिलीज़ हो रही है। फिल्म में विनीत कुमार सिंह अहम किरदार निभा रहे हैं। विनीत कुमार सिंह ने जागरण डॉट कॉम से बातचीत के दौरान कई राज खोलते हुए बताया कि उनके पास लंबे समय से इस फिल्म की कहानी लिख कर रखी हुई थी। लेकिन उनकी हिम्मत ही नहीं होती थी कि वह जाकर अनुराग कश्यप को दिखायें।
विनीत ने बताया कि एक खास वजह है कि वह मुंबई में कई सालों तक स्ट्रगल कर रहे थे, अपनी मेडिकल की पढ़ाई और प्रैक्टिस के साथ। मगर वह कभी जाकर अनुराग से मिल ही नहीं पाये थे। वजह यह थी कि अनुराग भी बनारस से ताल्लुक रखते हैं और विनीत भी। तो विनीत को यह बात अच्छी तरह से मालूम है कि अनुराग के पास अगर कोई भी फैमिली कनेक्शन या किसी भी तरह के कनेक्शन को जोड़ते हुए सिफारिश लेते हुए जाता है तो अनुराग उनकी फरियाद सुनते भी नहीं, उन्हें उल्टे पैर लौटा देते हैं। चूंकि अनुराग का मानना है कि फैमिली कनेक्शन या किसी कनेक्शन से कभी काम नहीं मिलता। हुनर होगा तो वह खुद उन्हें काम देने से पीछे नहीं हटेंगे।यही वजह है कि जब गैंग्स आॅफ वासेपुर के दौरान भी विनीत अनुराग से मिले, तो अनुराग ने पूछा कि तुम इतने सालों बाद क्यों आये। तो विनीत ने यह कहानी सुना दी थी कि उन्हें लगा था कि बनारस का नाम सुनते ही वह उन्हें काम नहीं देंगे। विनीत आगे बताते हैं कि उन्हें एक्टिंग में इस कदर दिलचस्पी हो गयी थी कि उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई के साथ लगातार मुंबई में एक्टिंग के लिए अपना स्ट्रगल जारी रखा था। वह कई सालों तक मेडिकल की प्रैक्टिस भी करते रहे और सारे प्रोडक्शन हाउस के चक्कर भी लगाते थे। कई बार तो वह बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउस से लौटे हैं, क्योंकि उन्हें मौके ही नहीं दिये जाते थे। लेकिन उन्होंने पैशन को छोड़ा नहीं। उन्होंने अपनी पूरी जमा पूंजी को लेकर एक्टिंग के लिए स्ट्रगल किया। यही नहीं उनकी बहन ने भी हमेशा भाई के इस जुनून में उनका साथ दिया।
यह भी पढ़ें: केसरी' में अक्षय संग परिणीति चोपड़ा, नाराज़ हुए फ़ैंस, करण जौहर को मांगनी पड़ी माफ़ी
मुक्काबाज को लेकर यह बिल्कुल स्पष्ट था कि चूंकि उन्होंने कहानी खुद लिखी है तो वह खुद ही श्रवण का किरदार निभाना चाहते थे। वह जब भी किसी प्रोडक्शन हाउस के पास जाते, सभी उनसे कहते थे कि उन्हें दे दो। बेच दो।विनीत ने भी ठान लिया था कि जब भी फिल्म बनेगी वही हीरो बनेंगे। उन्होंने एक दिन यूं ही अनुराग को पढ़ने के लिए कहानी दी थी। अनुराग ने फोन करके कहा कि मैं कर रहा हूं यह फिल्म। उस दिन से ही पूरे एक साल तक अंबाला में रह कर विनीत ने मेहनत की और खुद को ओरिजनल मुक्काबाज बनाया। फिल्म 12 जनवरी को रिलीज़ हो रही है।