मेरे लिए रिस्की कुछ नहीं है, क्योंकि मेरे पास कुछ भी खोने के लिए नहीं- एक्टर पावेल गुलाटी
तापसी पन्नू के साथ लगातार दो फिल्में करने को लेकर पावेल कहते हैं कि तापसी अब सिर्फ मेरी सहकलाकार नहीं हैं बल्कि दोस्त हैं। हम दोनों दिल्ली से हैं। हम एक-दूसरे को कुछ भी बोल सकते हैं। एक कंफर्ट लेवल आ गया है।
प्रियंका सिंह। कई साल के संघर्ष के बाद पावेल गुलाटी को अब सिनेमा में वे मौके मिल रहे हैं जिनकी उन्हें तलाश थी। वह कहते हैं कि कलाकार पहली एक-दो फिल्में जो करता है, उन्हें वह नहीं चुनता है, बल्कि वे फिल्में उसे चुनती हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि अच्छा काम मिल रहा है। हालांकि संघर्ष व सफलता के इस सफर में धैर्य, आत्मविश्वास के साथ ही परिवार व दोस्तों का सपोर्ट बेहद मायने रखता है।
अतीत में जाकर चीजें बदलने वाली कहानी पर फिल्में हिंदी में कम ही बनी हैं। ऐसे में दोबारा फिल्म का हिस्सा बनना क्या रिस्की था?
इस पर वह कहते हैं कि मेरे लिए रिस्की कुछ नहीं है, क्योंकि मेरे पास कुछ भी खोने के लिए नहीं है। मुझे बस पाना है। मुझे साइंस फिक्शन फिल्में बहुत पसंद हैं। हां, ऐसी फिल्में भारत में कम ही बनती हैं। यह फिल्म अगर लोगों को पसंद आती है तो आगे भी ऐसी फिल्मों के निर्माण का रास्ता खुलेगा।
दोबारा फिल्म पावेल को थप्पड़ फिल्म से पहले मिली थी। पावेल बताते हैं कि दोबारा मैंने थप्पड़ फिल्म से पहले साइन की थी। मुझे इसके निर्देशक ने मेड इन हेवन वेब सीरीज में देखा था, उसमें मैंने एक छोटा सा किरदार निभाया था। उन्होंने वह देखकर मुझे मैसेज किया था कि आप अच्छे लगे उस शो में, आप बड़े रोल के हकदार हैं। उन्होंने मुझे मिलने बुलाया। 10 दिन द जब मैं उनसे मिलने गया तो उन्होंने यह फिल्म आफर कर दी। इस फिल्म के लिए परफेक्ट लोकेशन की तलाश में हम लंदन से मारिशस घूमे।
लोकेशन ढूंढ़ने में डेढ़ साल लग गए। फिर हमें लोकेशन भारत में ही मिल गई। पुणे के हिंजेवाड़ी में हमने शूटिंग की। महामारी और कई कारणों से फिल्म टलती गई। फिल्म बनने में देरी हुई, पर अब दर्शकों के बीच आने का उत्साह है।