Move to Jagran APP

प्रशंसकों के सिर चढ़कर बोला "कबाली" का जादू

प्रशंसक अपने थलाईवर (नेता) यानी रजनीकांत के बड़े-बड़े बैनर और कटआउट लगा रहे थे।

By anand rajEdited By: Published: Fri, 22 Jul 2016 08:45 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jul 2016 08:52 PM (IST)
प्रशंसकों के सिर चढ़कर बोला "कबाली" का जादू

चेन्नई। गुरुवार रात 11 बजे चेन्नई के कासी थियेटर के बाहर भारी भीड़ थी। प्रशंसक अपने थलाईवर (नेता) यानी रजनीकांत के बड़े-बड़े बैनर और कटआउट लगा रहे थे। इनमें से एक थे मधन कुमार जिनके पास रजनी की फिल्म "कबाली" के पहले शो का टिकट था और शो था शुक्रवार सुबह चार बजे।

loksabha election banner

ऐसी थी रजनीकांत की अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया और सिंगापुर समेत पूरे भारत में 5,000 स्क्रीन्स पर शुक्रवार को रिलीज इस फिल्म के प्रति प्रशंसकों की दीवानगी...

मधन का कहना था कि रजनी की फिल्म का जश्न मनाने के लिए उन्होंने और उनके जैसे बहुत से प्रशंसकों ने रातभर तैयारी की। इंजीनियरिग के तीसरे वर्ष के छात्र सुमंत बताते हैं, ऐसे मौके रोज-रोज नहीं आते जब आपको "थलाईवर" की फिल्म देखने को मिले और उनकी फिल्म को पहले दिन और पहले शो में देखने का मजा ही कुछ अलग है।

दरअसल, ऐसे दृश्य सिर्फ चेन्नई में ही नहीं थे, रजनी की फिल्म को पहली बार पूरे तमिलनाडु में 1,000 स्क्रीन्स पर लांच किया गया। लगभग सभी जगह सिनेमाघरों के बाहर रजनी के फैंस ने अपने चहेते स्टार के बड़े-बड़े पोस्टर और कटआउट लगाए और उन पर हजारों लीटर दूध चढ़ा दिया।

फिल्म के प्रति क्रेज इस कदर था कि कुछ प्रशंसक तो जापान से विशेष रूप से उनकी फिल्म देखने के लिए ही यहां आए थे। मदुरई में तो फिल्म का पहला शो तड़के तीन बजे रखा गया।

हालांकि, रजनीकांत की पिछली दो फिल्में "लिंगा" और "कोचादियां" बहुत सफल नहीं रहीं, लेकिन प्रशंसक "कबाली" में "रजनीकांत का जादू" देखकर अभिभूत हैं। वे कहते हैं कि उनकी पिछली दो फिल्मों से हुई मायूसी अब काफूर हो चुकी है।

फिल्म में वास्तविक "रजनी टच" है, इसमे वो सब है जो रजनी की फिल्म में होना चाहिए। इसमें स्टंट हैं, म्यूजिक है और टिपिकल पंच डायलॉग भी हैं। फिल्म देखकर निकले लोगों पर रजनी का जादू ऐसा चला कि वे उनके खास "कबाली दा" और अन्य डायलॉग बोलते हुए बाहर आ रहे थे।

कुछ के हाथ में तो उसी दिन के दूसरे शो का भी टिकट था क्योंकि फिल्म के दौरान शोरगुल की वजह से वे फिल्म के कुछ हिस्से और डायलॉग ठीक से देख-सुन नहीं पाए थे।

पड़ोसी राज्य केरल में भी हालात बहुत जुदा नहीं थे। राज्य में 300 स्क्रीन्स पर प्रदर्शित यह फिल्म कई जगह हाउसफुल रही। यहां भी सिनेमाघरों में टिकट एडवांस में बिक गए थे। राज्य की राजधानी के आठ सिनेमाघरों में यह फिल्म दिखाई जा रही है और इनमें भी पहला शो सुबह 4.30 बजे दिखाया गया।

टिकट खरीदने के लिए तड़के से ही सिनेमाघरों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लग गई थीं, जिसमें बड़े, बूढ़े, महिलाएं सभी उम्र के लोग थे। प्रशंसकों की भारी भीड़ को देखते हुए सिनेमाघरों ने अलग-अलग समय पर शो की संख्या बढ़ाई है।

पहले ही शो में फिल्म देखने वाले कोच्चि के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर राकेश रामकृष्णन ने बताया, "कबाली" रजनी प्रशंसकों की उम्मीदों पर पूरी तरह खरी उतरी है। मलेशिया में तो तमिल प्रशंसकों ने फिल्म देखने के लिए बारिश और जबर्दस्त ट्रैफिक जाम का सामना किया।

फिल्म को सिनेमाघरों में गुरुवार रात 10 बजे से दिखाया जाना था, लेकिन वे शाम को छह बजे ही वहां पहुंच गए थे। स्पेशल स्क्रीनिंग में तो मलेशिया में भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी एमआइसी के अध्यक्ष एस. सुब्रमण्यम भी अपने सहयोगियों के साथ पहुंचे थे।

कुल मिलाकर सिनेमाघरों के बाहर माहौल बेहद खुशी और उत्सव का रहा। लेकिन, थलाईवर और उनकी फिल्म के प्रति इतनी दीवानगी और क्रेज से दूर रजनीकांत अमेरिका में छुट्टियां मना रहे हैं और वहीं उनके लिए इस फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की गई।

वास्तविक कहानी पर आधारित

यह फिल्म एक माफिया डॉन की वास्तविक कहानी पर आधारित है। रजनीकांत ने माइलापोर (चेन्नई) के माफिया डॉन कबालीश्वरन का किरदार निभाया है। कहानी चेन्नई में अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों और उससे पड़ने वाले प्रभाव के इर्दगिर्द घूमती है। छोटे-छोटे गैंग्स को खत्म करके कबालीश्वरन अपराधियों के उस गैंग को समाप्त करने मलेशिया चला जाता है जिसने उसके दोस्त के बेटे को धोखा दिया था।

शादी के बाद बिपाशा और उनके पति करण को मिल रहे ऐसे ऑफर

केएस थानू निर्मित और पा रंजीत निर्देशित इस फिल्म का "नेरुपुद्दा" गीत पहले ही काफी धूम मचा चुका है। फिल्म में संगीत संतोष नारायणन का है और राधिका आप्टे, धनशिखा व कलाईरासन इसकी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के कुछ हिस्से मलेशिया में फिल्माए गए हैं और फिल्म के निर्माण में करीब एक हजार मलेशियाई लोगों ने अपना योगदान दिया है।

सनी लियोन ने सबके सामने किया वो, देख लोग हुए हक्के-बक्के, शिकायत दर्ज

शुरुआत में मलेशिया के स्थानीय कलाकारों रोसयम नोर, नोरमन हाकिम, जैक ताइपन, टोनी कासिम और प्रसिद्ध ताइवानी कलाकार विंसटन चाओ को फिल्म में काम करने का प्रस्ताव भी दिया गया था।

किरण बेदी ने बांटे फ्री टिकट

पुडुचेरी। पुडुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने शुक्रवार को राजनिवास में करीब 147 ग्रामीणों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत अपने घरों में शौचालयों का निर्माण कराने के लिए फिल्म के टिकट निःशुल्क वितरित किए।

ये भी पढ़ेंः मनोरंजन की सभी खबरों के लिए यहांं क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.