Rajiv Kapoor के 'प्रेमग्रंथ' की नायिका थीं माधुरी दीक्षित, पूरे करियर में डायरेक्ट की एक ही फ़िल्म, याद कर हुईं भावुक
प्रेम ग्रंथ फ़िल्म में जातिगत भेदभाव और दुष्कर्म जैसे संवेदनशील विषय को उठाया गया था। फ़िल्म में माधुरी ने कजरी नाम का किरदार निभाया था जिसके साथ दुष्कर्म होता है। वहीं ऋषि कपूर के किरदार का नाम सोमन था।
नई दिल्ली, जेएनएन। राजीव कपूर का बतौर अभिनेता करियर बहुत सफल नहीं रहा। उन्होंने एक जान हैं हम फ़िल्म से 1983 में डेब्यू किया था, मगर फ़िल्म नहीं चली। 1985 में आयी राम तेरी गंगा मैली जैसी सफल और सराही गयी फ़िल्म के बाद राजीव ने कुछ फ़िल्मों में बतौर नायक काम किया। इन फ़िल्मों को बॉक्स ऑफ़िस अधिक कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद राजीव कपूर फ़िल्म निर्देशन की ओर मुड़ गये और 1996 में प्रेम ग्रंथ से उन्होंने निर्देशक के तौर पर फ़िल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया।
इस फ़िल्म में उनके बड़े भाई ऋषि कपूर ने लीड रोल निभाया था, जबकि माधुरी दीक्षित फीमेल लीड में थीं। माधुरी ने राजीव कपूर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने मुश्किल विषय को काफ़ी परिपक्वता के साथ संभाला था। प्रेम ग्रंथ में जातिगत भेदभाव और दुष्कर्म जैसे संवेदनशील विषय को उठाया गया था। फ़िल्म में माधुरी ने कजरी नाम का किरदार निभाया था, जिसके साथ दुष्कर्म होता है। वहीं, ऋषि कपूर के किरदार का नाम सोमन था। अनुपम खेर ने फ़िल्म में सोमन के पिता और मुख्य पुजारी स्वामी धर्म भूषण का रोल निभाया था।
कहानी से कई संवेदनशील विषय जुड़े होने की वजह से माधुरी ने लिखा- प्रेमग्रंथ में राजीव कपूर के साथ काम करने का मौक़ा मिला। यह एक मुश्किल विषय था, जिसे उन्होंने पहली फ़िल्म होने के बावजूद काफ़ी परिपक्वता से संभाला। उनके साथ साझा किये गये सुखद पल याद आ रहे हैं। कपूर परिवार के प्रति मेरी दिली संवेदनाएं।
I had the opportunity of working with #Rajiv Kapoor in the film PremGranth. It was a difficult subject which he handled with great maturity though it was his first film. Remembering the wonderful moments we shared. My heartfelt condolences to the Kapoor family. RIP 🙏💔— Madhuri Dixit Nene (@MadhuriDixit) February 9, 2021
अनुपम खेर ने राजीव को याद करते हुए लिखा- राजीव कपूर के निधन का सुनकर बहुत दुख हुआ। उनके निर्देशन में बनी फ़िल्म प्रेमग्रंथ में काम किया था। वो गुणी डायरेक्टर थे। उनके व्यक्तित्व को क़रीब से जानने का मौका भी मिला। एक ज़िंदादिल और ख़ुशमिज़ाज इंसान थे। प्रभु उनके परिवार वालों को इस दुख से जूझने की ताक़त दे।
#राजीवकपूर के निधन का सुनकर बहुत दुख हुआ।उनके निर्देशन में बनी फ़िल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ में काम किया था।वो एक गुणी डायरेक्टर थे।उनके व्यक्तित्व को क़रीब से जानने का मौका भी मिला।एक ज़िंदादिल और ख़ुशमिज़ाज इंसान थे! प्रभु उनके परिवार वालों को इस दुख से जूझने की ताक़त दे! #OmShanti 🙏 pic.twitter.com/y0OTu834A3— Anupam Kher (@AnupamPKher) February 9, 2021
फ़िल्म का निर्माण रणधीर कपूर ने किया था। प्रेमग्रंथ 24 मई 1996 को रिलीज़ हुई थी। हालांकि, बॉक्स ऑफ़िस पर प्रेमग्रेंथ असफल रही थी। फ़िल्म का गाना दिल देने की ऋतु आयी... काफ़ी लोकप्रिय हुआ और आज भी सुना जाता है।