सेक्शूऐलिटी और ब्यूटी पर बनी इस भारतीय फिल्म को जापानी अवॉर्ड
फिल्म को इसी महीने स्टॉकहोम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग के लिए आमंत्रित किया गया है और बाद में ये फिल्म काइरो फेस्टिवल में भी दिखाई जायेगी। फिल्म अगले महीने सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
मुंबई। बुर्क़े के अंदर रह कर अपने भीतर की औरत को जगाती चार महिलाओं की कहानी वाली फिल्म ' लिपस्टिक अंडर माई बुर्का ' को जापान फाउंडेशन एशिया सेंटर ने प्रतिष्ठित ' द स्पिरिट ऑफ एशिया' अवॉर्ड से सम्मानित किया है।
प्रकाश झा के प्रोडक्शन में बनी अलंकृता श्रीवास्तव की इस को हाल ही में मुंबई में हुए मामी फिल्म फेस्टिवल में भी जेंडर इक्वालिटी सेक्शन में बेस्ट फिल्म के लिए अवॉर्ड दिया गया था। ' लिपस्टिक अंडर बुर्का ' भोपाल की गलियों में मौजूद उन चार महिलाओं की कहानी है जो अपने छोटे छोटे सपनों के लिए आज़ाद जिंदगी की तलाश में हैं , लेकिन बुर्क़े में बंद हो कर। इन चार महिलाओं में कोई ब्यूटीशियन है , कोई तीन बच्चों की माँ और कोई विधवा को अपनी सेक्शूऐलिटी को डिस्कवर कर रही है। फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा , रत्ना पाठक शाह , अहाना कुमार और प्लबिता बोरथरकर ने लीड रोल निभाया है।
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फिल्म को इसी महीने स्टॉकहोम इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग के लिए आमंत्रित किया गया है और बाद में ये फिल्म काइरो फेस्टिवल में भी दिखाई जायेगी। फिल्म अगले महीने सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।