वेटरन साउंड रिकॉर्डिस्ट डीओ भंसाली के निधन पर लता मंगेशकर ने जताया शोक, दी श्रद्धांजलि
डीओ भंसाली ने 250 से अधिक फ़िल्मों के लिए काम किया था। उन्होंने बतौर असिस्टेंट और चीफ रिकॉर्डिस्ट कई हिट गानों पर काम किया था। उनका करियर 1948 में फ़िल्म विद्या से शुरू हुआ था।
नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा ने सोमवार को एक और दिग्गज शख़्सियत को खो दिया। जाने-मान साउंड रिकॉर्डिस्ट डीओ भंसाली ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 92 साल के भंसाली के निधन की जानकारी लता मंगेशकर ने दी और शोक व्यक्त किया।
लता ने ट्वीट करके यह जानकारी देते हुए लिखा- हमारी इंडस्ट्री के बहुत मशहूर साउंड रिकॉर्डिस्ट डीओ भंसाली जी का आज निधन हुआ। यह सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। उन्होंने मेरे कई फ़िल्म गाने रिकॉर्ड किये। वो बहुत अच्छा रिकॉर्डिस्ट थे। मीनू कतरक जी, जिन्हें हम मीनू बाबा कहते थे, उनके वो असिस्टेंट थे।
लता ने आगे बताया कि मीनू बाबा के रिटायरमेंट के बाद भंसाली जी चीफ रिकॉर्डिस्ट बन गये थे। वो एक भले इंसान थे। हमसे उनके बड़े अच्छे संबंध रहे थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
Hamari Industry ke bahut mashhoor sound recordist D O Bhansali ji ka aaj nidhan hua ye sunke mujhe bahut dukh hua.Unhone mere kai film songs record kiye. Wo bahut acche recordist the. Minoo Katrak ji,jinhe hum Minoo baba kehete the unke wo assistant the.— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) May 4, 2020
Minoo baba ke retirement ke baad Bhansali ji cheif recordist bane. Wo ek bhale insaan the.hamare bahut acche sambandh the. Bhagwan unki aatma ko shanti de.— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) May 4, 2020
आईएमडीबी के अनुसार, डीओ भंसाली ने 250 से अधिक फ़िल्मों के लिए काम किया था। उन्होंने बतौर असिस्टेंट और चीफ रिकॉर्डिस्ट कई हिट गानों पर काम किया था। उनका करियर 1948 में फ़िल्म विद्या से बतौर साउंड असिस्टेंड शुूरू हुआ था। 1959 में कन्हैया फ़िल्म से उन्होंने मीनू करतक को असिस्ट करना शुरू किया था। सत्तर के दशक की शुरुआत में उनका नाम क्रेडिट रोल्स में साउंड रिकॉर्डिस्ट के तौर पर जाने लगा था। उनकी आख़िरी फ़िल्म 1997 में आयी ढाल है, जिसमें सुनील शेट्टी और गौतमी ने मुख्य भूमिकाएं निभायी थीं।
बता दें कि पिछले कुछ वक़्त से बॉलीवुड में वेटरन आर्टिस्टों के जाने का सिलसिला जारी है। 29 अप्रैल को इरफ़ान ख़ान ने अलविदा कह दिया। 30 अप्रैल को ऋषि कपूर यह दुनिया छोड़कर चले गये। पहली अप्रैल को प्रोड्यूसर्स गिल्ड के सीईओ कुलमीत कक्कड़ का हार्ट अटैक से निधन हो गया था।