अलग किरदारों ने खोले लारा दत्ता के लिए नए रास्ते, बोलीं- 'बतौर एक्टर मेरे लिए वक्त बहुत अच्छा है'
अभिनेत्री लारा दत्ता कहती हैं कि बतौर एक्टर मेरे करियर का यह सबसे अच्छा वक्त है। मैंने हमेशा अपने काम में कुछ अलग करने की कोशिश की है। काफी समय पहले जब मैंने फिल्म नो एंट्री में कॉमेडी की थी तब मुझे दर्शकों से जुडऩे का मौका मिला था।
मुंबई ब्यूरो। बॉलीवुड अभिनेत्री लारा दत्ता इन दिनों अपने नए प्रोजेक्ट 'हिकअप्स एंड हुकप्स' को लेकर काफी चर्चा में आ गई हैं। पिछले कुछ अर्से से ऐसी कई फिल्में बन रही हैं, जिनमें अभिनेत्रियों को बेहतर मौके मिल रहे हैं। लारा दत्ता को भी फिल्म 'बेल बॉटम' में इंदिरा गांधी का किरदार निभाने का मौका मिला था। इस किरदार को करने के बाद लारा दत्ता का मानना है कि उनके लिए अब और बी नए रास्ते खुल गए हैं। हाल ही में लारा दत्ता ने इस बारे में खास बातचीत की है।
पिछले दिनों फिल्म बेल बॉटम में इंदिरा गांधी के किरदार में नजर आईं अभिनेत्री लारा दत्ता कहती हैं कि, 'बतौर एक्टर मेरे करियर का यह सबसे अच्छा वक्त है। मैंने हमेशा अपने काम में कुछ अलग करने की कोशिश की है। काफी समय पहले जब मैंने फिल्म नो एंट्री में कॉमेडी की थी तब मुझे दर्शकों से जुडऩे का मौका मिला था। हालांकि अभिनेत्रियों को कॉमेडी करने का मौका कम मिलता है। वैसे मेरी कॉमिक टाइमिंग काफी अच्छी है। इससे पहले मुझे सिर्फ ग्लैमर से जोड़कर देखा जाता था। फिल्म नो एंट्री के बाद मुझे पार्टनर और हाउसफुल जैसी फिल्मों में कॉमेडी करने का मौका मिला।'
लारा दत्ता आगे कहती हैं कि, 'फिल्म बेल बॉटम में इंदिरा गांधी के किरदार में मुझे कास्ट करने में इंडस्ट्री के लोगों को 18 साल लग गए। मैं मानती हूं कि अनुभव मैच्योरिटी लाते हैं, लेकिन 30 की उम्र में भी मैं उस किरदार को उतनी ही गहराई से निभाती। हालांकि इन अलग किरदारों ने मेरे लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। सही काम के लिए अब मेरे पास फोन आ रहे हैं। मेकर्स मुझसे कहते हैं कि हमने क्यों नहीं सोचा कि आप हर तरह के किरदार कर सकती हैं। मेरे लिए बतौर एक्टर यह वक्त सबसे अच्छा है।'