ट्रोलर्स की परवाह ना करें, सुंदर दिखने के लिए जो दिल कहे वो करें- लारा दत्ता
लारा कहती हैं कि अगर कोई भी महिला खुद को लेकर कोई बदलाव करना चाहती हैं फिर चाहे वह किसी तरह की सर्जरी ही क्यों ना हो। इसे कराने में किसी तरह का हर्ज मैं नहीं मानती।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। लारा दत्ता इस बात को स्वीकार करती हैं कि अभिनेत्रियों पर हमेशा इस बात को लेकर प्रेशर रहता है कि उन्हें हमेशा सुंदर ही दिखना है। फिर उनकी उम्र जिस तरह से बढ़ने लगती है तब भी उस पर कमेंट होने लगते हैं।
लारा कहती हैं कि यह सच है कि अभिनेत्रियों के लुक्स को लेकर काफी स्क्रूटनी होती रहती है। मगर वह यह भी मानती हैं कि इसमें कोई बुराई नहीं है कि अगर आप अपने लुक्स को लेकर अगर किसी भी तरह के एडवांसमेंट चाहते हैं तो आप उसके लिए आगे बढ़ सकते हैं। अपनी ज़िंदगी है और एक ही ज़िंदगी है। जो जैसे रहना चाहता है रहे। लारा कहती हैं कि वह लकी मानती हैं खुद को कि अभी तक उन्हें किसी भी तरह के एडवांसमेंट की जरूरत नहीं पड़ी है। वह नेचुरल तरीके से ही हैं, लेकिन वह कहती हैं कि फ्यूचर में अगर उन्हें लगेगा कि उन्हें कोई चेंज करवाना या कोई एडवांसमेंट करवाना है तो उन्हें ये करने में किसी भी तरह का संकोच नहीं होगा। ना ही किसी तरह का गिल्ट होगा।
लारा कहती हैं कि अगर कोई भी महिला खुद को लेकर कोई बदलाव करना चाहती हैं फिर चाहे वह किसी तरह की सर्जरी ही क्यों ना हो। इसे कराने में किसी तरह का हर्ज मैं नहीं मानती, न ही मैं इसके आधार पर किसी को जज करती हूं कि वह देखो सुंदर दिखने के लिए क्या क्या करा रही है। लारा कहती हैं कि यह पर्सनल चॉइस होती है। अगर आप बोटॉक्स करवाना चाहते हैं या किसी तरह का हेयर कलर। आप करवाएं, लोग क्या कहेंगे यह सोचना आपका काम नहीं है।
लारा कहती हैं कि वह योग बहुत करती हैं। अपनी बेटी को बस स्टॉप पर छोड़ कर वह सीधा वर्कआउट में लग जाती हैं। इसलिए कई सालों से वह अनुशासन में हैं और अब तक उन्हें किसी तरह की कृत्रिम चीजों की ज़रूरत नहीं पड़ी है। लेकिन अगर उनको कभी ज़रूरत हुई तो उन्हें इसमें कोई हर्ज़ नहीं होगा। लारा इन दिनों एंड टीवी के नए शो हाई फीवर जो कि एक डांस रिएलिटी शो है, उसमें अहमद ख़ान के साथ जज की भूमिका में नजर आएंगी।