Kishore Kumar के गानों पर आज के दिन लगा था बैन, जानें क्यों
25 जून 1975 के दिन देश में इमरजेंसी लगी और इसके शिकंजे में किशोर कुमार भी आ गए। कहते हैं कि किशोर दा उसूलों के पक्के थे। इन्हीं उसूलों के चलते उन्होंने सरकार से पंगा ले लिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। किशोर कुमार हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के हरदिल अजीज गायक हैं। उन्हें रोमांटिक गानों, कॉमिक अंदाज के लिए जाना जाता है। पर एक दिन ऐसा भी आया था, जब उनके गाने बैन हो गए थे। वह दिन था, 3 मई 1976। दरअसल 25 जून 1975 के दिन देश में इमरजेंसी लगी और इसके शिकंजे में किशोर कुमार भी आ गए। कहते हैं कि किशोर दा अपने उसूलों के पक्के थे। वह एक बार जो ठान लेते कुछ भी हो जाए पीछे नहीं हटते। इन्हीं उसूलों के चलते उन्होंने इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी की सरकार से पंगा ले लिया।
सरकार चाहती थी किशोर उनके लिए गाएं
कांग्रेस सरकार चाहती थी कि किशोर कुमार सरकारी योजनाओं (20 सूत्रीय प्रोग्राम) की जानकारी अपनी आवाज में गाकर दें। इससे सरकार को किशोर की आवाज की विश्वसनीयता का फायदा मिलता। पर किशोर कुमार तैयार नहीं हुए।नतीजा उनके गाने पर बैन लग गया। ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर दा के गाने पर बैन 3 मई 1976 को लगा और आपातकाल खत्म होने तक जारी रहा।
किशोर नाराज हो गए
आपातकाल के समय विद्याचरण शुक्ला सूचना और प्रसारण मंत्री थे। उन्होंने ने ही किशोर के पास संदेश भिजवाया था। किशोर को फोन आया। किशोर ने पूछा उन्हें यह गाना क्यों गाना चाहिए। जवाब मिला क्योंकि वीसी शुक्ला ने आदेश दिया है। किशोर ने फोन करने वाले को डांटते हुए फोन पटक दिया।
बोले मैं किसी के हुकूम से नहीं गाता
एक बार किशोर कुमार ने कहा था कि कोई भी मुझसे वह नहीं करा सकता है, जो मैं नहीं करना चाहता हूं। मैं किसी की इच्छा या हुकूम से नहीं गाता।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप