Kangana Ranaut Photos: बीएमसी की तोड़फोड़ के बाद कंगना ने पहली बार किया ऑफ़िस का दौरा, देखें तस्वीरें
Kangana Ranaut Photos कंगना और बीएमसी के बीच तकरार सोमवार को शुरू हुई थी जब बीएमसी की एक टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना के कंगना के ऑफ़िस में छापामारी की।
नई दिल्ली, जेएनएन। बीएमसी के डिमोलिशन के एक दिन बाद कंगना रनोट ने गुरुवार को अपने पाली हिल स्थित ऑफ़िस का दौरा किया और हालात का जायज़ा लिया। तस्वीरों में डिमोलिशन के बाद का मलबा देखा जा सकता है, जिसे पार करके कंगना अपने ऑफ़िस में दाख़िल हुईं।
कंगना बुधवार दोपहर मुंबई पहुंची थीं, मगर एयरपोर्ट से सीधे अपने खार स्थित फ्लैट पर पहुंचीं। इस दौरान कंगना ने ट्विटर के माध्यम से लगातार अपनी बात रखी और बीएमसी की इस कार्रवाई के लिए महाराष्ट्र सरकार और सीएम उद्धव ठाकरे को ज़िम्मेदार ठहराया। कंगना ने साफ़ तौर पर इसे गुंडागर्दी करार दिया।
कंगना और बीएमसी के बीच तकरार सोमवार को शुरू हुई थी, जब बीएमसी की एक टीम ने बिना किसी पूर्व सूचना के कंगना के ऑफ़िस में छापामारी की। कंगना ने इसकी सूचना ट्विटर के ज़रिए फैंस तक पहुंचाई। कंगना को संदेह था कि बीएमसी उनके ऑफ़िस में तोड़फोड़ कर सकती है।
मंगलवार को बीएमसी की टीम ने उनके ऑफ़िस के गेट पर एक नोटिस चस्पा किया, जिसमें ऑफ़िस के अंदर हुए अवैध निर्माण को सूचीबद्ध किया गया था। कंगना ने उसी दिन इसका जवाब अपनी लीगल टीम के ज़रिए भिजवा दिया।
बीएमसी ने कंगना के जवाब को स्वीकार नहीं किया और बुधवार को सुबह एक नया नोटिस चस्पा करके इस बाबत सूचना दी और कुछ देर बाद बीएमसी की टीम जेसीबी मशीन, कर्मचारियों और पुलिस बल के साथ वहां पहुंच गयी। बीएमसी टीम ने कंगना की गैरहाज़िरी में ही अवैध निर्माण को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी।
कंगना उस वक़्त अपने गृहनगर मनाली से मुंबई के रास्ते में थीं और उन्होंने ट्विटर के ज़रिए ऑफ़िस में तोड़फोड़ की तस्वीरें साझा की थीं। हालांकि कंगना को बुधवार को ही बॉम्बे हाई कोर्ट से बीएमसी के डिमोलिशन के ख़िलाफ़ स्टे मिल गया। हाई कोर्ट ने कंगना की याचिका पर बीएमसी से जवाब तलब किया है। कंगना की बहन रंगोली चंदेल ने भी ऑफ़िस का दौरा किया।
उधर, गुरुवार को भी सोशल मीडिया में इस गतिविधि को लेकर ख़ूब हंगामा रहा। कंगना वर्सेज उद्धव ट्विटर पर ट्रेंड होता रहा। तमाम लोगों ने कंगना को उनकी इस लड़ाई में सपोर्ट किया तो कुछ लोगों ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के लिए उनकी भाषा पर सवाल भी उठाये।