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सैफ़ अली ख़ान के 'इंडिया कॉन्सेप्ट' को लेकर बोलीं कंगना रनौत, 'भारत नहीं था तो महाभारत क्या था'

सैफ़ अली ख़ान ने कहा था कि मेरा मानना है कि इंडिया की अवधारणा अंग्रेजों ने दी और शायद इससे पहले नहीं थी। अब इस पर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

By Rajat SinghEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 05:18 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 05:28 PM (IST)
सैफ़ अली ख़ान के 'इंडिया कॉन्सेप्ट' को लेकर बोलीं कंगना रनौत, 'भारत नहीं था तो महाभारत क्या था'
सैफ़ अली ख़ान के 'इंडिया कॉन्सेप्ट' को लेकर बोलीं कंगना रनौत, 'भारत नहीं था तो महाभारत क्या था'

नई दिल्ली, जेएनएन। सैफ़ अली ख़ान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में 'इंडिया के कान्सेप्ट' को लेकर बयान दिया है। इस बयान पर अब एक्ट्रेस कंगना रनौत का बयान सामने आया है। कंगना ने कहा है कि अगर भारत नहीं था, तो महाभारत कहां से आया। कंगना इस समय अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में हैं। वह 'टुकड़े-टुकड़े गैंग', दीपिका पादुकोण और छपाक को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं। 

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ज़ी न्यूज़ के एक इंटरव्यू में जब कंगना से सैफ़ अली ख़ान के इंडिया कॉन्सेप्ट पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'यह सच नहीं है। जब भारतवर्ष नहीं था, तो महाभारत क्या था? 5 हजार साल पहले वेदव्यास ने क्या लिखा था? कुछ लोगों ने अपने ऐसे नैरटिव बनाए हुए हैं, जो उन्हें सूट करते हैं। लेकिन श्रीकृष्ण जी महाभारत में थे, तो भारत था और तभी तो वो महान था। भारतवर्ष के सभी राजाओं ने मिलकर वह युद्ध लड़ा था। यूरोप जैसे ही कुछ छोटे-छोटे राज्य थे, लेकिन उनकी अपनी पहचान थी। इस 'कलेक्टिव आइडेंटिटी' का नाम था भारत। तभी तो कृष्ण पांडवों और कौरवों के साथ मिलकर गए थे। वह यह जानने गए थे, कौन हिस्सा ले रहा है और कौन हिस्सा नहीं ले रहा है।'

कंगना ने आगे कहा 'लोगों ने छोटे-छोटे नैरेटिव बनाए हुए हैं।...  हालांकि, चाहे कुछ भी हो जाए, मैं कभी भी टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ खड़ी नहीं होउंगी। हालांकि, यह उनका डमोक्रेटिक राइट्स है, वो जिसको एम्पॉवर करना चाहें, कर सकते हैं। उस पर हमारा टिप्पणी करना कोई अच्छी बात नहीं है।'

आपको बता दें कि इससे पहले सैफ़ अली ख़ान ने अनुपमा चोपड़ा को दिए गए इंटरव्यू में फ़िल्म 'तानाजी द अनसंग वॉरियर' पर बात की थी। सैफ़ अली ख़ान ने कहा था, 'मेरा मानना है कि इंडिया की अवधारणा अंग्रेजों ने दी और शायद इससे पहले नहीं थी। इस फिल्म में कोई ऐतिहासिक तथ्य नहीं है। हम इसे लेकर कोई तर्क नहीं दे सकते। लेकिन यह सच्चाई है।' इसके बाद से सैफ़ के इस बयान को लेकर चर्चा हो रही है। 


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