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किसी क्षेत्र की नहीं, पूरे देश की पॉलिटिक्स कर रहा हूं: कमल हासन

भारत के किसी भी कोने में आप हो। वह नेशनल ही होगा। कश्मीर मेरे देश का हिस्सा है। तमिलनाडु भी मेरे देश का हिस्सा है।

By Manoj VashisthEdited By: Published: Sat, 04 Aug 2018 05:07 PM (IST)Updated: Mon, 06 Aug 2018 06:39 AM (IST)
किसी क्षेत्र की नहीं, पूरे देश की पॉलिटिक्स कर रहा हूं: कमल हासन
किसी क्षेत्र की नहीं, पूरे देश की पॉलिटिक्स कर रहा हूं: कमल हासन

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। कमल हसन की फ़िल्म विश्वरूपम 2 चर्चा में हैं। कमल हसन इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान पिछले दिनों मुंबई में थे। इसी दौरान जागरण डॉट कॉम ने जब उनसे जानना चाहा कि इतने बड़े कलाकार होने के बावजूद वह अब राजनीति में अपने कदम बढ़ाने जा रहे हैं, ऐसे में उन्हें नहीं लगता कि सिनेमा उनके बगैर अधूरा रह जायेगा। इस सवाल के जवाब में कमल हसन कहते हैं कि ये सवाल आपने गावस्कर से नहीं पूछा। मेरा मानना है कि स्पेस भर जाता है।

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कमल कहते हैं कि मैं जो अब करने जा रहा हूं। अगर वो नहीं करूंगा तो मैं एक इंसान के तौर पर खुद को हारा हुआ महसूस करूंगा। हम सड़क पर गड्ढों की शिकायत करते हैं। करते कुछ नहीं। मैं आज जिस होटल में बैठा हूं। उसके सामने जो समुद्र है। उसकी क्या हालत है। हमने की है लेकिन हमें कैसे अरब सागर की ये परेशानी अपनी परेशानी नहीं लगती। तीस साल पहले लोग उसमें नहाते थे। यही बात हमारी पॉलिटिक्स के साथ भी हो रही है और मैं उसे साफ करने के इरादे से उतर रहा हूं। मुझे पता है कि दुनिया एक दिन में नहीं बदलेगी, लेकिन बदलाव की शुरुआत तो होगी ही। मैं चाहता हूं कि यूथ ज्यादा से ज्यादा पॉलिटिक्स में आयें। लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या मैं नेशनल पॉलिटिक्स का हिस्सा बनूंगा। मैं उनसे कहता हूं कि मेरे लिए कुछ भी क्षेत्रीय नहीं है।

भारत के किसी भी कोने में आप हो। वह नेशनल ही होगा। कश्मीर मेरे देश का हिस्सा है। तमिलनाडु भी मेरे देश का हिस्सा है तो तुतुकोडी में फायरिंग हो या कश्मीर में फायरिंग वो मेरे लिए देश का मुद्दा है। दोनों ही देश को प्रभावित करते हैं। बिहार और तमिलनाडु दोनों की इकॉनॉमी देश को प्रभावित करती है। महाराष्ट्र में बंद पूरे देश को प्रभावित करता है। मैं नेशनल पॉलिटिक्स में ही हूं। तब से जब से मैंने गांधीजी की बातों को कहा था। उस वक्त से मैं खुद को नेशनल पॉलिटिक्स का ही हिस्सा मानता हूं।

कमल आगे कहते हैं कि अब वह जो रोल निभाने जा रहे हैं, जो कि एक पॉलिटिशयन का रोल है। अब उनके लिए वही सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण रोल होगा, क्योंकि कई लोगों ने खुद को इस रोल में आज़माया है। वह हारे हैं तो कभी जीते हैं। कमल कहते हैं कि यहां तक कि गांधीजी का रोल करना आसान नहीं था, लेकिन फिर भी यह सबसे चुनौतीपूर्ण रोल होने जा रहा है। अपने प्रशंसकों से कमल कहना चाहते हैं कि उन्होंने एक्टर के रूप में मेरा काम देखा है। राजनेता के तौर पर मैं कर सकता हूं। ये उन्होंने देखा नहीं है अभी। जो चीज देखी नहीं है। उसे कैसे पसंद करेंगे। यह मेरी डयूटी होगी कि मैं उन्हें राजनीतिक तौर पर भी खुद को पसंद करने पर मजबूर कर दूं।


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