3डी 'अवतार 2' को बिना चश्मे की मदद से देखने लायक बनाएंगे जेम्स कैमरून
जेम्स कैमरून उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी फिल्म 'अवतार' का सीक्वल 3डी तकनीक के विकास में मदद करेगा और फिल्म को देखने के लिए फैन्स को चश्मा पहनने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
लंदन(पीटीआई)। साल 2009 में आई हॉलीवुड फिल्म 'अवतार' को विश्वभर में काफी पसंद किया गया। भारत में भी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। फिल्ममेकर जेम्स कैमरून ने इसमें तकनीक का काफी इस्तेमाल किया था। ऐसे कैमरे बनाए, जिनसे एक ही फ्रेम में दो लोगों की लंबाई अलग-अलग दिखाई दे। सुनने में आ रहा है कि 'अवतार' के सीक्वल में भी जेम्स एक नई तकनीक पेश करने जा रहे हैं।
जेम्स कैमरून उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी फिल्म 'अवतार' का सीक्वल 3डी तकनीक के विकास में मदद करेगा और फिल्म को देखने के लिए फैन्स को चश्मा पहनने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जेम्स 2009 में अपनी 3डी फिल्म 'अवतार' को दर्शकों के लिए लेकर आये थे और यह फिल्म उस समय तक की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी। अब कैमरून और भी विकसित तकनीक का इस्तेमाल कर इस फिल्म के सीक्वल को बड़े पर्दे पर लाना चाहते हैं।
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कॉन्टैक्टम्यूजिक की खबर के अनुसार जेम्स 3डी को दर्शकों को देखने के लिए आसान बनाने की योजना बना रहे हैं और उन्होंने कहा है कि वह उस महत्वपूर्ण खोज के करीब हैं जिससे दर्शकों के फिल्म के देखने के तरीके बदल जाएंगे। कैमरून ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह हो सकता है, बिना चश्मे के 3डी फिल्म देखी जाएगी।'
वैसे अगर ये तकनीक विकसित हो जाती है, तो उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा, जो नजर का चश्मा लगाते हैं। ऐसे लोगों को चश्मे के ऊपर दूसरा चश्मा पहनने में बेहद पेरशानी होती है। फिर कई थिएटर वाले चश्मा के पैसे टिकट से अलग चार्ज करते हैं। ऐसे में 3डी फिल्म की टिकट का रेट काफी बढ़ जाता है। अगर बिना चश्मे के 3डी फिल्म देखी जा सकेगी, तो इन समस्याओं से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।