इरफ़ान खान के फैंस के लिए खुशखबरी, जल्द लौट सकते हैं भारत
हालिया फिल्म कारवां में इरफ़ान खान अहम भूमिका में नजर आए थे।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। इरफ़ान खान के फैन के लिए एक अच्छी खबर है। इरफ़ान एक बार फिर से परदे पर लौट सकते हैं। कैंसर की बीमारी से जूझ रहे इरफान पिछले लंबे समय से लंदन में अपना इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने अपनी बीमारी के कारण जहां कारवां के प्रोमोशन में हिस्सा नहीं लिया। वही उन्होंने वेबसीरीज भी छोड़ दी।
विशाल भारद्वाज की फिल्म की भी शूटिंग की कोई चर्चा फिलहाल नहीं है। लेकिन दूसरी तरफ यह खबर आ रही है कि बड़े परदे पर जल्द ही इरफ़ान नजर आ सकते हैं। चर्चा है कि वह अपनी फिल्म हिंदी मीडियम 2 के लिए शूटिंग करने के लिए भारत लौट सकते हैं। हाल ही में इस फिल्म के मेकर्स लंदन गये थे, जहां उन्होंने इरफ़ान खान से मुलाकात की है और खबर है कि नरेशन के बाद उन्होंने इस फिल्म को करने के लिए हामी भर दी है। खबर है कि इस फिल्म की कहानी के सीक्वल में कहानी 10 साल आगे बढ़ जायेगी और इसमें फिर से एक नयी और अनोखी कहानी गढ़ी जायेगी। ऐसे में देखना यह है कि शूटिंग शुरू कब से होती है। फिलहाल फिल्म के शूटिंग शेडयूल को लेकर कोई भी घोषणा नहीं की गयी है। बता दें कि हाल ही में रिलीज हुई फिल्म कारवां को समीक्षकों ने काफी पसंद किया। हालांकि फिल्म खास कामयाब नहीं हुई।
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आपको बता दें कि, इरफ़ान खान इन दिनों लंदन में अपना कैंसर का इलाज करा रहे हैं। वह लगातार सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस के संपर्क में बने हुए हैं और अपने से जुड़ी हर जानकारी साझा कर रहे हैं। इरफ़ान खान इन दिनों लंदन में अपनी रेयर किस्म की बीमारी का इलाज करा रहे हैं। इस बात की जानकारी इरफान ने सोशल मीडिया के जरिए दी थी। इरफान ने ट्वीट कर लिखा था, 'जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जो आपको आगे लेकर जाती है। मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है। लेकिन मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताकत ने मुझमें उम्मीद जगाई है।'
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इरफान खान ने सोशल मीडिया पर एक खत के जरिए फैंस को बीमारी के दौरान लंदन में बिताए जा रहे अनुभवों को भी साझा किया था। उन्होंने इस खत में लिखा था कि इस एहसास ने मुझे समर्पण और भरोसे के लिए तैयार किया। अब इसका जो भी नतीजा हो, ये भी मायने नहीं रखता ये मुझे कहां लेकर जाएगा, आज से आठ महीनों के बाद, या आज से चार महीनों के बाद, या दो साल बाद। सारी चिंताएं खत्म हो चुकी हैं...पहली बार, मुझे आजादी के सही मायने समझ में आए हैं।