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International Yoga day 2019 : Kangana के योग गरु ने कैसे सिखाया उन्हें योग, पढ़ें पूरा इंटरव्यू

Kangana Ranaut Yoga guru Surya narayan Exclusive Interview कंगना के योग गुरु हैं सूर्य नारायण। उन्होंने बताया क्यों जरूरी है योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाना।

By Nazneen AhmedEdited By: Published: Fri, 21 Jun 2019 01:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jun 2019 01:51 PM (IST)
International Yoga day 2019 : Kangana के योग गरु ने कैसे सिखाया उन्हें योग, पढ़ें पूरा इंटरव्यू
International Yoga day 2019 : Kangana के योग गरु ने कैसे सिखाया उन्हें योग, पढ़ें पूरा इंटरव्यू

नई दिल्ली, स्मिता श्रीवास्तव। कंगना रनौत आज बॉलीवुड की सबसे फिट और दिग्गज एक्ट्रेस में से एक हैं। उनके फिट रहने में उनके योग गुरु का बड़ा हाथ है। कंगना ने दैनिक जागरण को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उनके योग गुरु ने उन्हें कमजोर बता दिया था उसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की और आज वो बॉलीवुड की सबसे एक्ट्रेस में से एक हैं। कंगना के योग गुरु हैं सूर्य नारायण। उन्होंने बताया क्यों जरूरी है योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाना:

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कंगना के लिए आपने योग के आसन कैसे डिजाइन किए?

मैं पहले जिम्नास्ट था। बाद में योग की ओर मुड़ा। मैं मुंबई के जुहू बीच पर जिम्नास्टिक कुछ प्रयोग के साथ कर रहा था। उसे देखकर कंगना ने कहा कि मुझे भी यही करना है। मैंने कंगना के स्टेमिना के हिसाब से उन्हें योग और एक्सरसाइज सिखाना आरंभ किया। उन्हें आसान, प्राणायाम, ध्यान वगैरह धीरे-धीरे सिखाना आरंभ किया। अब वह उसे नियमित रूप से करती हैं।

कंगना इन दिनों कबड्डी आधारित फिल्म 'पंगा’ कर रही हैं। खिलाडिय़ों के लिए कितना उपयोगी है योग?

खेल चाहे कबड्डी हो, क्रिकेट या फुटबॉल उसके लिए एकाग्रता और ध्यान की आवश्यकता होती है। साथ ही शरीर में लचीलापन बहुत जरूरी है। शरीर में जितनी अच्छी लचक होती है उतनी अच्छी परफार्मेंस होती है। हर प्रकार के आसन लोग करते हैं। उन्हें पता नहीं होता कि स्ट्रेचिंग भी आसन का मिलाजुला स्वरूप होता है।

योग में बदलाव को कैसे देखते हैं?

योग की उत्पत्ति पौराणिक काल से मानी जाती है। अगर आप उसे बदलने का प्रयास करेंगे तो वह अलग नहीं बनेगा बल्कि बर्बाद होगा। इन दिनों पावर योग जैसे तमाम योग भी चल रहा है। यह सब सीमित अवधि के लिए होते हैं। योग के जन्मदाता महर्षि पतंजलि दूरदृष्टि रखते थे। उनकी सोच बहुत आगे की थी। योग में कोई बदलाव कोई कर ही नहीं पाया है। बस उसके नामों को बदलकर पेश कर रहे हैं।

फिटनेस को लेकर क्या सुझाव देंगे?

योग के जन्मदाता महर्षि पतंजलि ने पहला सूत्र दिया अथ योगानुशासनम। यानी आप अनुशासन बना लीजिए। फिर उसके पीछे चल पड़ें। लिहाजा अनुशासन का संकल्प लें। जिस प्रकार प्रतिदिन भोजन करते हैं उसी प्रकार नियमित व्यायाम हो तभी आप निरोगी और स्वस्थ काया पा सकेंगे।

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