Gulabo Sitabo: केआरके ने फिल्म को बताया 'कचरे का ढेर', निर्देशक शूजित सरकार ने पलटकर दिया ये जवाब
Gulabo Sitabo समीक्षा में केआरके ने सोशल मीडिया पर फिल्म की आलोचना की। जिसका जवाब देते हुए निर्देशक ने उन्हें फिल्म देखने के लिए धन्यवाद दिया।
नई दिल्ली, जेएनएनl सोशल मीडिया पर अभिनेता से फिल्म समीक्षक बने केआरके ने आयुष्मान खुराना और अमिताभ बच्चन की फिल्म 'गुलाबो सीताबो' का रिव्यु किया है और इसे 'कचरे का ढेर’ करार दिया हैंl इसके बाद फिल्म निर्देशक शूजित सरकार ने इसका संज्ञान लिया है और पलटकर जवाब दिया हैंl उन्होंने लिखा है, 'आपका प्यार देखकर मैं गदगद हो जाता हूंl’ आयुष्मान खुराना और अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'गुलाबो सीताबो' का 12 जून को अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रीमियर हुआ है।
शूजित सरकार द्वारा निर्देशित इस फिल्म का कुछ समय पहले ही ट्रेलर रिलीज किया गया था, जिसे सभी ने पसंद भी किया था। आलोचक कमाल राशिद खान उर्फ केआरके ने फिल्म की समीक्षा की। अपनी समीक्षा में केआरके ने सोशल मीडिया पर फिल्म की आलोचना की। जिसका करारा जवाब देते हुए निर्देशक ने उन्हें फिल्म देखने के लिए धन्यवाद दिया।
What’s this Kachre Ka Dher #gulabositabo? Itni Gareeb and Gandi looking film Toh 1965 Main Bhi, Nahi Banti Hogi. Ye Kya Hai, Amazon Ne 65Cr Garbage Ke Diye Hain Kya?— KRK (@kamaalrkhan) June 11, 2020
ट्वीट्स की अपनी श्रृंखला में केआरके ने लिखा, '#gulabositabo क्या कचरे का ढेर हैं? इतनी गरीब और गंदी फिल्म तो 1965 में भी नहीं बनी होगी। ये क्या है, Amazon ने 65 करोड़ कचरा के दिए हैं क्या? मैं इस बकवास #GulaboSitabo के आधे घंटे के भीतर ही तंग आ गया हूंl मैं इसे जनता के लिए समीक्षा करने के लिए अंत तक देखने के लिए मजबूर हूं, अन्यथा मैंने एक मिनट के लिए भी इस बकवास को नहीं देखता।'
Sir aap mere har film ko itna pyaar dete hain ki mai aapka text padke gad gad ho jata hoon:))) thank you for watching :)) agle film mei fir se milenge yahin par. https://t.co/tMb0ZPu9dT" rel="nofollow— Shoojit Sircar (@ShoojitSircar) June 12, 2020
इसपर शुजित सरकार ने कहा, 'सर आप मेरे हर फिल्म को इतना प्यार देते है कि मैं टेक्स्ट पढ़ के गदगद हो जाता हूं :))) देखने के लिए धन्यवाद :)) अगले फिल्म में फिर से मिलेंगे यहीं परl' 123 मिनट की लंबी फिल्म गुलाबो सीताबो, मिर्ज़ा (अमिताभ बच्चन), और बांके (आयुष्मान खुराना) के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में बांके और उनका परिवार किरायेदार हैl एक हवेली है जो कानूनी रूप से मिर्जा की पत्नी बेगम के नाम पर है। फिल्म मुख्य रूप से एक शांत किरायेदार और गुस्सैल मकान मालिक के इर्द-गिर्द घुमती हैंl सभी इस फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हैंl