एक्शन में पाकिस्तान सरकार, जल्द शुरू होगा दिलीप कुमार- राज कपूर की पैतृक हवेली को म्यूजियम बनाने का काम
दिग्गज अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेलियों को लेकर पाकिस्तान सरकार अब एक्शन के मूड में है। खैबर पख्तूनखा की प्रांतीय सरकार ने दोनों अभिनेताओं की हवेलियों को संग्रहालय में तब्दील करने के लिए उन्हें औपचारिक तौर पर संरक्षण में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिग्गज अभिनेता राज कपूर और दिलीप कुमार की पुश्तैनी हवेलियों को लेकर पाकिस्तान सरकार अब एक्शन के मूड में है। खैबर पख्तूनखा की प्रांतीय सरकार ने दोनों अभिनेताओं की हवेलियों को संग्रहालय में तब्दील करने के लिए उन्हें औपचारिक तौर पर संरक्षण में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जारी की आखिरी नोटिस
दरअसल, पेशावर के उपायुक्त खालिद महमूद ने बुधवार को ऐतिहासिक इमारतों के वर्तमान मालिकों को आखिरी नोटिस भेजा और उन्हें 18 मई को बुलाया है। मालिक खैबर पख्तूनख्वा (केपी) सरकार द्वारा तय की गई हवेलियों की कीमतों पर अपना आरक्षण जमा कर सकते हैं। इस बारे में प्रोविंशियल गवर्नमेंट या कोर्ट हवेली की कीमतों में बढ़ोत्तरी कर सकती है।
कीमत से खुश नहीं मौजूदा मालिक
इससे पहले सरकार ने राज कपूर और दिलीप कुमार के घर को 1.50 करोड़ और 80 लाख में खरीदकर इन्हें ग्रहालयों में परिवर्तित करने का प्रस्ताव दिया था। पर संपत्ती के मौजूदा मालिक अली कादिर ने हवेली के लिए 20 करोड़ की मांग की थी जबकि दिलीप कुमार की हवेली के मालिक गुल रहमान मोहम्मद ने कहा था सरकार को इसे मार्केट रेट यानि करीब 3.50 करोड़ रुपए लेने की बात कही थी।
इसी हवेली में जन्म हुआ था राज कपूर का
वहीं, खैबर पख्तूनख्वा पुरातत्व और संग्रहालय विभाग के निदेशक डॉ. अब्दुल समद ने कहा कि दोनों घरों पर अधिग्रहण, ईद-उल-फितर के बाद बहाली का काम होगा। राज कपूर का पैतृक घर, कपूर हवेली के नाम से जाना जाता है, जो कि क़िसा ख्वानी बाज़ार में स्थित है. इसका निर्माण 1918 और 1922 के बीच प्रसिद्ध अभिनेता के दादा दीवान बशेश्वरनाथ कपूर द्वारा किया गया था। राज कपूर इसी इमारत में पैदा हुए। ऐसे में इसको अब म्यूजियम बनाने की तैयारी की जा रही है।
जबकि दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का 100 साल पुराना पुश्तैनी घर भी उसी इलाके में स्थित है। यह घर अब जर्जर हो चुका और 2014 में तत्कालीन नवाज शरीफ सरकार द्वारा राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया गया था।