Bachchan Birthday: एक ‘परछाई’ जो अमिताभ बच्चन की कुछ पल में कायापलट कर देती है
फिल्म के एक सीन में जब उन्होंने अमिताभ का मेकअप किया था, जिसमें अमिताभ के कंधे से खून बहते दिखाना था.अमिताभ को देख कर जया चिल्लाने लगी थीं.
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई।… ब्रेक होता है और लाइट्स धीमी कर दी जाती है... अमिताभ को कहने की भी जरूरत नहीं होती और एक व्यक्ति तुरंत अमिताभ के नजदीक आता है और उनके बालों को संवार देता है. चेहरे के पसीने को पोंछ देता है. अमिताभ भी आश्वस्त हैं, उनके चेहरे पर चिंता की कोई लकीर अब नज़र नहीं आती. दोनों फिर एक दूसरे को देखते और मुश्किल से 15 सेकेंड में वह व्यक्ति वहां से ओझिल हो जाता है.
ये सिलसिला आज-कल का नहीं करीब 45 साल से लगातार चल रहा है. अमिताभ बच्चन के इतना करीब या यूं कहें सेट पर उनका हमसफ़र कोई और नहीं बल्कि ये उनके मेकअप मैन दीपक सावंत हैं. काम में बेहद परफेक्शनिस्ट दीपक बहुत पहले ही अमिताभ का दिल जीत चुके हैं और उनके बेहद करीबी बन गये. वो अमिताभ बच्चन की परछाई की तरह हैं. अमिताभ उन्हें अपना परिवार मानते हैं . दोनों ने वर्ष 1973 में पहली बार साथ काम करना शुरू किया. बच्चन के मेकअप व हेयर स्पेशलिस्ट के तौर पर.
यह अमिताभ हमेशा ही दोहराते हैं कि वह जिस रूप में दर्शकों के सामने आते हैं, इसका बहुत बड़ा श्रेय उनके साथ काम कर रहे मेकअप आर्टिस्ट का भी होता है, जो इस बात का खास ख्याल रखते हैं कि अमिताभ हमेशा परफेक्ट नजर आयें. दीपक और अमिताभ बच्चन का रिश्ता उतना ही गहरा है. यही वजह है कि जब उनके मेकअप मैन दीपक सावंत ने उनसे अपनी एक फिल्म में काम करने का आग्रह किया तो अमिताभ तुरंत राजी हो गये और बिना किसी मेहनताने के उन्होंने फिल्म में काम भी किया. फिल्म जंजीर से लेकर अब तक वे हर कदम पर अमिताभ के साथ हैं.
दीपक अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताते हैं “अमित जी से पहली मुलाकात फिल्म रास्ते का पत्थर के दौरान हुई थी. इस फिल्म के लिए शत्रुघ्न सिन्हा को पर्सनल मेकअप मैन दिया गया था, लेकिन अमित जी को नहीं. उस वक्त अचानक ही दीपक को अमिताभ का मेकअप करने को कहा गया था. मजेदार बात यह हुई थी कि दीपक के काम से अमिताभ काफी प्रभावित हो गये थे. उन्होंने मेकर्स से कह दिया कि अगर वह आगे किसी फिल्म में मेकअप मैन को जोड़ेंगे तो उन्हें दीपक ही चाहिए. दीपक का कहना है कि इस तरह सिलसिला शुरू हुआ. मजेदार बात यह है कि उन्हें ऐसा लगता है कि वह आज भी वैसे ही हैं. इतने लंबे अरसे से उनके साथ काम करने के बावजूद मुझे यह महसूस होता है कि वह आज भी नहीं बदले. वो अपने काम के प्रति उसी तरह समर्पित हैं”.
दीपक को इस बात का दुख हमेशा रहता है कि जब अमिताभ बच्चन कुली के दौरान घायल हुए थे तो उस समय वो कुछ कारणों से बिग बी के साथ नहीं थे. लेकिन फिर वर्ष 1989 में जादूगर के दौरान जब उन्हें दाढ़ी लगानी थी और कुछ परेशानी आ रही थी. उस वक्त अमित जी ने खुद कॉल करके दीपक को बुलाया था. इसके बाद से दोनों का कभी अलगाव नहीं हुआ.
दीपक बताते हैं कि जब कुछ दिनों के लिए अमिताभ ने फिल्मों से ब्रेक लिया था. उस वक्त भी दीपक का अमिताभ ख्याल रखते थे. दीपक के निर्माण की एक फिल्म को लेकर उन्होंने बीमार होने के बावजूद दीपक की फिल्म में तीन गानों की और 27 सीन की शूटिंग पूरी की थी. फिल्म की पब्लिसिटी के लिए भी वे आगे आये थे.
दीपक कहते हैं “जब अमितजी ने कुछ सालों के लिए गैप लिया था, उस वक्त मैंने भी इंडस्ट्री छोड़ दी थी, क्योंकि मैं उन्हें नहीं छोड़ सकता था. आखिर वे मेरा इतना ख्याल रखते हैं. एक बार वे मेरे साथ उत्तर प्रदेश गये थे. वहां मैंने देखा कि लोगों में उन्हें लेकर बहुत क्रेज है. इसलिए, मैंने एक भोजपुरी फिल्म बनाने की सोची. मैंने एक स्क्रिप्ट लिखी. स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद उन्होंने कहा दीपक फिल्म अच्छी बनेगी. जाओ तैयारी शुरू करो”.
फिल्म शोले की शूटिंग के दौरान के का एक किस्सा दीपक बताते हैं – “इस फिल्म के एक सीन में जब उन्होंने अमिताभ का मेकअप किया था, जिसमें अमिताभ के कंधे से खून बहते दिखाना था. दीपक ने जैसा मेकअप किया था कि अमिताभ को देख कर जया परेशान हो गयी थीं, उन्हें लगा कि अमिताभ को सच में चोट लगी है और उनका खून बह रहा है. वह अमिताभ को देख कर चिल्लाने लगी थीं. इसके बाद अमिताभ ने दीपक को हंसते हुए कहा था कि यह तुम्हारी कामयाबी ही है कि लोगों को तुम्हारा काम वास्तविक नजर आया है. आगे भी ऐसे ही काम करते रहो.